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जिले के एसपी देवरंजन वर्मा ने बताया कि भारत-नेपाल की सीमा (Indo-Nepal Border) पर कुल 11 ऐसे स्थान चिन्हित किये गये है, जहां से दोनों देश में आवागमन होता है. इन स्थानों पर सघन चेकिंग अभियान (Checking) चलाया जा रहा है.
गांवों में तलाशी अभियान
सुरक्षा के मद्देनजर सीमावर्ती गांवों में जाकर पुलिस और एसएसबी के जवान अपरिचित चेहरों की तलाश कर रहे हैं. सीमावर्ती क्षेत्र में आवागमन करने वालों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. बलरामपुर में जिले की 85 किलोमीटर सीमा नेपाल से लगती है. जिले में एसएसबी के दो बटालियन तैनात हैं. 9वीं वाहिनी और 50वीं वाहिनी सीमा की निगरानी में मुस्तैद हैं. दुर्गम पहाड़ी नालों और जंगलों के बीच एसएसबी और पुलिस के द्वारा पेट्रोलिंग की जा रही है.
बलरामपुर के नोडल अफसर और प्रदेश के डीजी (विशेष जाँच) चन्द्र प्रकाश का कहना है कि भारत-नेपाल सीमा पर पुलिस और एसएसबी समन्वय बनाकर कार्य कर रही है. सीमाई इलाके के गांवों में राजस्व विभाग और वन विभाग के लोगों के साथ समन्वय स्थापित कर अराजकतत्वों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. एक अगस्त से 5 अगस्त तक विशेष निगरानी अभियान चलाया जा रहा है. जिसमें भारत-नेपाल सीमा के सभी चिन्हित स्थानों पर पेट्रोलिंग कराई जा रही है.11 स्थानों पर कड़ी निगरानी
एसपी देवरंजन वर्मा ने बताया कि भारत-नेपाल पर खुले सीमाक्षेत्र में कुल 11 ऐसे स्थान चिन्हित किये गये है, जहां से दोनों देश में आवागमन होता है. इन सभी स्थानों पर सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है. इसके साथ ही नेपाल सीमा से सटे राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी जगह-जगह चेकिंग प्वाइन्ट्स बनाये गये हैं. उन्होंने बताया कि 5 अगस्त तक सीमावर्ती क्षेत्र में गहन तलाशी अभियान जारी रहेगा.
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