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मामले में गंभीर रुख अख्तियार करते हुए यूपी डीजीपी (DGP) एचसी अवस्थी ने वाराणसी के सीनियर अफसर जांच कराने के आदेश दिए हैं.
मामला सामने आने के बाद विश्व हिंदू सेना के संस्थापक अरुण पाठक समेत अज्ञात कार्यकताओं के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. वहीं मामले में गंभीर रुख अख्तियार करते हुए यूपी डीजीपी एचसी अवस्थी ने वाराणसी के सीनियर अफसर जांच कराने के आदेश दिए हैं. केस दर्ज करने के फौरन बाद ही पुलिस ने गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी है. अभी तक four लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. इनमें संतोष पांडेय, राजू यादव, अमित दुबे और आशीष मिश्रा प्रमुख हैं. वहीं मुख्य आरोपी अरुण पाठक अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है.
भेलूपुर थाने में दर्ज हुआ था मुकदमा
वाराणसी पुलिस के अनुसार नेपाली व्यक्ति का सर मुंडवाने और आपत्तिजनक नारेबाजी का वीडियो वायरल होने के सम्बंध में भेलूपुर थाने पर दर्ज मुकदमा संख्या 335/20 धारा 295, 505, 120B,153A, 67आईटी एक्ट, 7 सीएलए एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.मुंडन कर लिख दिया जय श्रीराम
बता दें बनारस में रहने वाले नेपाली नागरिक का बुधवार को जबरन मुंडन कर दिया. उस नेपाली नागरिक के सिर पर जय श्रीराम का नारा लिखा गया और उससे नेपाली प्रधानमंत्री मुर्दाबाद का नारा लगवाया गया. विश्व हिंदू सेना ने सोशल मीडिया पर इसका वीडियो जारी करते हुए एक बार फिर से नेपाल के पीएम केपी शर्मा (Nepali CM KP Sharma Oli) ओली को चेतावनी भी दी. साथ ही बनारस में रह रहे नेपाली नागरिकों को भी यह चेतावनी दी है कि यदि नेपाल के पीएम लगातार ऐसे बयान देंगे तो इसका परिणाम उन्हें भुगतना होगा.
विश्व हिंदू सेना ने जारी की थी तस्वीर
विश्व हिंदू सेना ने सोशल मीडिया पर एक तस्वीर जारी की, जिसमें पशुपतिनाथ जी मंदिर के प्रांगण में पोस्टर चिपका दिख रहा है. इस पोस्टर में यह लिखा था कि नेपाल के पीएम ओली भगवान श्रीराम के बारे में दिया गया अपना बयान वापस ले लें, वरना नेपाली नागरिकों को परिणाम भुगतना होगा. सुबह पोस्टर चिपकाने के बाद ही शाम को विश्व हिंदू सेना ने विवादित कदम उठाया और घाट के किनारे जा रहे एक नेपाली नागरिक को रोक कर उसका मुंडन कर दिया.
नेपाल के पीएम के खिलाफ नारेबाजी
नेपाली नागरिक का मुंडन कर बकायदा उसके सिर पर जय श्रीराम लिख कर उसे जय श्रीराम के जयकारे लगाए गए. इसके अलावा नेपाली पीएम मुर्दाबाद के भी नारे लगवाए गए. इस नेपाली नागरिक से बुलवाया गया कि वह इस देश में ही रहता है और यहीं का खाता है और श्रीराम का जन्म भारत में ही हुआ था. वे नेपाल के नहीं हैं.
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