[ad_1]
eight पुलिस वालों की हत्या का कुख्यात आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे (Gangster Vikas Dubey) के एनकाउंटर मामले में उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की योगी सरकार और पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं.
समाजवादी पार्टी के सिरसागंज से विधानसभा से विधायक हरिओम यादव ने कहा कि अपराधी को मरना चाहिए, जो अपराधी मरा है उस पर पूरे प्रदेश को ख़ुशी है. लेकिन पुलिस ने जिस तरह से दुबे का मारा है, उस मुठभेड़ पर सवाल उठ रहे है. इस पर उत्तर प्रदेश की जनता भरोसा नहीं कर रही है. इस मुठभेड़ में झोल है. क्योंकि पत्रकारों की टीम को एक किलोमीटर पीछे चल रही थी, उसको क्यों रोक दिया गया. उन्होंने कहा कि विकास दुबे का एनकाउंटर हुआ सो हुआ, लेकिन इसमें भाजपा के नेताओ के जो राज थे वह दफ़न हो गये.
ये भी पढ़ें: सचिन पायलट ने अहमद पटेल काे बताया अपना ‘दुख’, कहा- हाशिये पर रखना चाहते हैं CM गहलोत: सूत्र
सीटिंग जज से जांच की मांगहरिओम यादव ने मांग की है कि इस मामले की जांच हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के सीटिंग जज से होनी चाहिए. इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि अपराधी की कोई जाती नहीं होती है. अपराधी कोई भी हो सकता है. यदि एक अपारधी की वजह से उसकी पूरी जाति का शोषण किया जाय. इसे हम न्याय संगत नहीं मानते हैं. उन्होंने कहा कि अब तक इस सरकार में यादवो का शोषण और उत्पीड़न हो रहा था और अब ब्राह्मणों का भी शोषण और उत्पीड़न हो रहा है. इसलिए सरकार से मांग करते हैं कि एक विकास के नाम पर जो ब्राह्मणों का शोषण और उत्पीड़न हो रहा है वह नहीं होना चाहिए. उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ पर आरोप लगाया कि उनकी गोरखपुर में ब्राह्मणों से प्रतुदुन्तिता है उसकी वजह से प्रदेश के सारे ब्राह्मणों का शोषण नहीं करना चाहिए.
(न्यूज 18 उत्तर प्रदेश के लिए अजेयन्द्र शर्मा की रिपोर्ट.)
[ad_2]
Source