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वाराणसी (Varanasi) के कैंट थाने में फोन करने वाले शिक्षक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया. साथ ही गाजीपुर के बीएसए को मामले से अवगत कराया गया. वहीं फोन कराने वाली शिक्षिका को सस्पेंड कर दिया गया है.
फर्जी फोन करने वाला भी शिक्षक निकला
फर्जी फोन करने वाला भी गाजीपुर जिले में शिक्षक है. फोन करके कहा गया कि वेतन नहीं कटना चाहिए और न ही अटेंडेंस इस महीने में कम हो. मामले में जांच हुई तो सच सामने आ गया. अब फर्जी फोन कराने वाली शिक्षिका सस्पेंड हो गई है और फर्जी फोन करने वाले गाजीपुर के शिक्षक के खिलाफ वाराणसी में मुकदमा दर्ज किया गया है.
वेतन कटा तो अपनाया हथकंडामामला वाराणसी के चिरईगांव ब्लाक के प्राथमिक विदयालय कमौली का है. यहां तैनात सहायक अध्यापिका अर्चना कुमारी का पिछले महीने का वेतन कट गया. इस महीने भी हेडमास्टर ने वेतन काटने की संस्तुति कर डाली. ये बात शिक्षिका ने अपने एक परिचित शिक्षक जो कि गाजीपुर में तैनात हैं, उनको बताई. फिर क्या था. गाजीपुर के ये शिक्षक बन गए फर्जी एमएलसी और फोन किया सीधे खंड शिक्षा अधिकारी को. सीधे कहा- अब न मैडम का वेतन कटना चाहिए और न ही अटेंडेंस कम हो. खंड शिक्षा अधिकारी ने इसकी शिकायत बीएसए राकेश सिंह से की.
एमएलसी बोले- न मेरा फोन नंबर न ही मैंने किया कोई कॉल
बीएसए ने मामले की जांच कराई तो पता चला कि फोन 26 जुलाई को कराया गया था. जिस एमएलसी का नाम लेकर रौब गालिब किया गया, उनको फोन करके पूरा मामला बताया तो एमएलसी ने कहा कि ये नंबर उनका नहीं है और न ही उन्होंने कोई फोन किया है. फिर क्या था कि पता किया गया. मालूम चला ये फर्जी माननीय भी एक शिक्षक है जो कि गाजीपुर में तैनात हैं.
वाराणसी के कैंट थाने में दर्ज हुई एफआईआर
इस पर वाराणसी के कैंट थाने में फोन करने वाले शिक्षक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया. साथ ही गाजीपुर के बीएसए को मामले से अवगत कराया गया. वहीं फोन कराने वाली शिक्षिका को सस्पेंड कर दिया गया है.
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