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Bihar Election: 2020: पटना में तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार शासन के घमंड में जनता के साथ-साथ अपनी पार्टी के नेताओं की भी अनदेखी कर रहे हैं.
तेजस्वी ने कहा श्याम रजक का पार्टी छोड़ कर आना यह बता रहा है कि नीतीश कुमार के मंत्रियों के मन में अपने मुख्यमंत्री के लिए भरोसा नहीं बचा है. सीएम जब अपने सहयोगी दल के सबसे बड़े नेता चिराग पासवान को समय नहीं देते हैं तो फिर इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि लोगों के दिल में उनके लिए कितनी भड़ास है. तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार ने तो 15 अगस्त के भाषण में भी बिना मेरा नाम लिए ही काफी कुछ कहा जो कि बिहार के इतिहास में शायद पहली बार हुआ है.
चुनावी माहौल में बिहार में नेता प्रतिपक्ष के निशाने पर सीएम नीतीश ही रहे. तेजस्वी यादव ने कहा कि जो सरकार 4 साल में Four बार बनती हो उनको सवाल पूछने का कोई हक नहीं बनता है. अब बिहार नीतीश कुमार से नहीं संभल रहा है. बिहार या फिर देश, कहीं भी कोई ऐसा सगा नहीं है, जिसको नीतीश कुमार ने ठगा नहीं है. तेजस्वी ने इसके लिए जार्ज फर्नांडीस, दिग्विजय सिंह और जीतन राम मांझी का नाम लिया. इससे पहले श्याम रजक का पार्टी में स्वागत करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि उनके दोबारा घर में आने से हमें खुशी है. हम उनका स्वागत और अभिनंदन करते हैं.
तेजसवी ने कहा कि श्याम रजक जी अपने असली घर में आये हैं इसकी हमें खुशी है. जनता दल यू हो या डबल इंजन की सरकार हो जिस प्रकार से बिहार की सरकार चल रही है, उससे यह साफ हो गया है कि जनप्रतिनिधयों का महत्व खत्म हो गया है. सोमवार को पटना में 11 साल बाद श्याम रजक की राजद में वापसी हुई. रजक साल 2009 में राजद छोड़कर जेडीयू में शामिल हुए थे
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