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मुरादाबाद (Moradabad) से सपा सांसद डॉ एसटी हसन ने कहा कि वह संभल से सपा सांसद डॉ शफीकुर्रहमान बर्क़ की बात का समर्थन करते हैं. डॉ बर्क ने ईद (Eid) पर सामूहिक नमाज़ (Namaz) अदा करने की सरकार से अनुमति देने की मांग की थी.
मुरादाबाद. कोरोना वायरस (COVID-19) को लेकर लागू सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों के बीच समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के सांसद डॉ एसटी हसन (MP ST Hasan) ने न्यूज़ 18 से बात करते हुए कहा कि वो संभल से सपा सांसद डॉ शफीकुर्रहमान बर्क़ की बात का समर्थन करते हैं. उन्होंने कहा कि डॉ बर्क ने ईद (Eid) पर सामूहिक नमाज़ (Namaz) अदा करने की सरकार से अनुमति देने की मांग की थी. सपा सांसद ने इसके साथ ही 5 अगस्त को राम मंदिर (Ram Mandir) के होने वाले भूमि पूजन का भी समर्थन किया.
सोशल डिस्टेंसिंग का रखा जाए ख्याल
डॉ एसटी हसन ने कहा कि राम मंदिर का भूमिपूजन होने जा रहा है. ठीक है वहां राम मंदिर का भूमि पूजन हो लेकिन इस कोरोना काल में सोशल डिस्टेंसिंग का खास ख्याल रखा जाए. हम यह जानते हैं कि हमारे देशवासी मजहबी देश के लोग हैं. हम धार्मिक लोग हैं और हमारे ऊपर जो भी मुसीबतें और आफत आती हैं, वह हम अपने अल्लाह से, अपने ईश्वर से उसको दूर करने की प्रार्थना करते हैं. दुआएं करते हैं. मंदिर, मस्जिद, गिरजा, गुरुद्वारे यह सब उन्हीं की जगह हैं. जहां पर यह सब प्रार्थनाएं की जाती हैं. अच्छा है कि सभी लोग करोना से निजात के लिए अपने-अपने तरीके से दुआएं करें. मंदिरों में भी दुआएं होनी चाहिए और मस्जिदों में भी नमाज पढ़कर दुआ होनी चाहिए.मास्क लगाकर ईद की नमाज हो
एसटी हसन ने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग करके अगर हम अपने पैदा करने वाले को अपने पालनहार को याद करते हैं और उससे दुआ मांगते हैं. मैं समझता हूं इसमें कोई बुराई नहीं है. ईद की नमाज़ भी सोशल डिस्टेंसिंग के साथ होनी चाहिए. सोशल डिस्टेंसिंग हो और मास्क लगाकर ईद की नमाज हो और गेट के ऊपर सैनेटाइज करने का इंतजाम हो. थर्मल स्क्रीनिंग की जाए सबकी.
वॉलिंटियर लगाना चाहिए
अब इसमें जो वॉलिंटियर हैं, उनको लगाना चाहिए. हमारे पास बहुत से ऐसे समूह हैं, जो यह काम करते हैं और तमाम वो लोग एक्टिव रहते हैं. मस्जिदों की कमेटी में मंदिरों की कमेटी में उन लोगों को यह चाहिए पूरी एहतियात के साथ सिविल डिफेंस के लोग इसमें लगे और इस कार्य को अंजाम दें. ताकि हमें यह सेटिस्फेक्शन हो जाए कि हमे अपने पैदा करने वाले की अपने पालनहार की इबादत की जाए.
चार-चार फीट की दूरी पर नमाजी खड़े हों
उन्होंने कहा कि ईद की नमाज़ देखिए सोशल डिस्टेंसिंग की जा सकती है. चार-चार फीट की दूरी पर नमाजी खड़े हों. एक सफ (नमाज़ पढ़ने वाली चटाई) के बाद पीछे वाली दूसरी सफ नहीं हो. उसकी जगह तीसरी सफ हो और जगहों पर ऐसा हो भी रहा है.
सोशल डिस्टेंसिंग के साथ भूमि पूजन होना चाहिए
सांसद ने कहा कि भूमि पूजन में भी सोशल डिस्टेंस होना चाहिए. राम मंदिर का इस तरह से भूमि पूजन हो. लगता है कि वहां पर हजारों लोग पहुंचेंगे तो उससे कोरोना संक्रमण होने का ज्यादा खतरा है. वहां भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन होना चाहिए. भूमि पूजन होना चाहिए. यह हमारा देश गंगा-जमुनी तहजीब का देश है. अभी तक हमारा (बिना बाबरी मस्जिद का नाम लिए) सवाल था. सुप्रीम कोर्ट के फैसले को हमने पहले ही माना. मुसलमानों ने भी सुप्रीम कोर्ट के फैसला माना. सारा सवाल खत्म हो गया. अब वहां पर जो भी बने मंदिर बने, उसके बराबर में मस्जिद बने. हमारा तो यह मानना होता है कि आदमी अलग-अलग तरीकों से अपने मालिक के सामने जाता है और उससे दुआ करता है. उससे दुआएं मांगता है और उसकी पूजा करता है उसका आशीर्वाद लेता है.
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