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इन्वेस्टिगेशन में ये तथ्य भी सामने आया है कि विकास दुबे (Vikas Dubey) का अवैध हथियारों की सप्लाई का भी एक बड़ा नेटवर्क था. उसे हथियार मुहैया कराने वालों के बारे भी जानकारी सामने आई है.
जांच में हुआ बिहार कनेक्शन का खुलासा
जानकारी के अनुसार विकास दुबे को कुछ अपग्रेडेड कंट्री मेड (देसी) पिस्टल की सप्लाई बिहार से होती थी. मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार एसटीएफ और पुलिस के ज्वाइंट इन्वेस्टिगेशन में खुलासा हुआ है कि विकास दुबे का अवैध हथियारों की सप्लाई का भी एक बड़ा नेटवर्क था. उसे हथियार मुहैया कराने वालों के बारे भी जानकारी सामने आई है. हालांकि ये सभी अभी अंडरग्राउंड हैं और पुलिस तलाश कर रही है.
बिहार से होती थी हथियारों की सप्लाईपुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अब तक गिरफ्तार किए गए विकास के गुर्गों ने बताया है कि घटना की रात विकास के बुलावे पर लाइसेंसी असलहा तो लाए ही थे, फायरिंग में एक दर्जन से ज्यादा अवैध तमंचों का भी उपयोग हुआ. पहले राउंड में तमंचों से ही फायरिंग की गई. उसके बाद लाइसेंसी असलहों का प्रयोग किया. यह भी बताया कि इतनी बड़ी संख्या में अवैध तमंचों की सप्लाई शुक्लागंज, उन्नाव और बिल्हौर के अलावा एमपी से होती थी. कुछ अपग्रेडेड कंट्री मेड (देसी) पिस्टल की सप्लाई बिहार से होती थी.
मुंगेर में बड़े पैमाने पर बनते हैं अवैध हथियार
बता दें कि बीते कुछ सालों में बिहार का मुंगेर जिला अवैध हथियार बनाने का गढ़ बन गया है. जानकार बताते हैं कि चुरंबा, बरदह, नया गाँव, तौफिर दियारा, मस्कतपुर, शादीपुर आदि गांवों में अवैध हथियार के कारखाने कुटीर उद्योग का स्वरूप ले चुके हैं. यहां बनने वाले देसी पिस्टल, रिवॉल्वर, राइफ़लों की कमाई से कई घरों के चूल्हे जल रहे हैं. ऐसा माना जाता है कि विकास दुबे की टीम को भी यहीं से तमंचों की सप्लाई की गई होगी.
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