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कोतवाल साहब के पास फोन पर मारपीट की शिकायत आई थी. शिकायत लहरपुर थाना इलाके के रतौली गांव से आई थी. रतौली गांव नदी के किनारे स्थित है, जहां पर बाढ़ का पानी भरा हुआ है. लेकिन कोतवाल ओपी राय के जज्बे को तो देखिए स्वयं ट्रैक्टर चलाकर मारपीट की शिकायत का निस्तारण करने मौके पर पहुंचे और उसका निस्तारण किया
आम तौर पर पुलिस छोटी-छोटी शिकायतों को नजरअंदाज कर देती है, जिससे वह बड़ी घटना का रूप ले लेती है. इन्हीं सब बातों को जेहन में रखते हुए मारपीट की शिकायत मिलने पर लहरपुर कोतवाल ओपी राय फोर्स के साथ रतौली गांव के लिए रवाना हो गए. कोतवाल और उनकी टीम जब रास्ते में थी तभी बांध के पानी के चलते उनकी जीप आगे नहीं बढ़ पाई. कोतवाल ने मौके पर जाने के लिए गांव वालों की मदद से ट्रैक्टर ट्राली मंगवाई और उस ट्रैक्टर ट्राली पर गांव वालों के साथ अपने पुलिस बल को लेकर रतौली गांव के लिए चल दिए. इस ट्रैक्टर ट्राली के सारथी और कोई नहीं खुद कोतवाल ओपी राय बने.
कोतवाल की हो रही तारीफ़खतौली गांव में दीपू के द्वारा शिकायत की गई थी कि जगदीश प्रताप आदि के द्वारा खेत में ट्रैक्टर चले जाने के विरोध को लेकर मारपीट कर रहे हैं और हाथों में असलहे लिए हुए हैं. इसी सूचना पर कोतवाल ओपी राय रतौली गांव पहुंचे थे. पूरे मामले को लेकर कोतवाल ने जगदीश प्रताप सहित चार लोगों के खिलाफ 307 का मुकदमा दर्ज कराया. वहीं कोतवाल की इस कार्यशैली को देखकर रतौली गांव के ही नहीं बल्कि जिस किसी को भी पता चला वह कोतवाल ओपी राय की तारीफ करते नहीं थक रहा है.
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