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इसको लेकर बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav), जन अधिकार पार्टी के नेता व पूर्व सांसद पप्पू यादव (Pappu Yadav) और अभिनेता शेखर सुमन (Shekhar Suman) ने सुशांत सिंह की मौत की जांच सीबीआई से करवाने की कई बार मांग की है, पर इस पर भी कोई फैसला नहीं लिया गया है. अब जब इस डेथ मिस्ट्री के एक महीने हो गए हैं तो शेखर सुमन ने एक बार फिर इस मामले में अपनी आवाज उठाई है.
शेखर सुमन ने इस मामले में लोगों की चुप्पी पर भी सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने इंडियन फिल्म इंडस्ट्री पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, फिल्म इंडस्ट्री के लोग चुप क्यों हैं, ये जो निशब्द बैठे हैं, ये सब कौन हैं? सिर्फ इसलिए कि जो चला गया वो आपका सगा नहीं था आपका भाई या बेटा नहीं था. सुशांत के लिए आगे बढ़ें, आवाज उठाएं. यूं डर के ना बैठें, उसे न्याय दिलाएं.
Film parivar ke log chup hai maun hain
Ye jo nishabd baithe hain ye sab kaun hain
Sirf isliye ki jo chala gaya wo aapka saga nahin tha
Aapka apna bhai ya beta nahin tha
Sushant ke liye aage badhein aawaz uthayein
Yun dar ke na baithein usey nyay dilayein#justiceforSushantdiscussion board
— Shekhar Suman (@shekharsuman7) July 13, 2020
शेखर सुमन ने एक और ट्वीट में लिखा, हमारा फोकस केवल सुशांत है. कोई भी खबर या मुद्दा हमें रास्ते से नहीं भटका सकता है. हमारी मेहनत सुशांत को न्याय दिलाएगी और इस मामले की सीबीआई जांच होगी.
Our focus stays Sushant and solely https://t.co/7GdwxOnEXS information,no incident will distract us from us our path.Our focus and willpower is to get justice for him and a #cbiforsushant and justice we’ll get for him it doesn’t matter what.#MahaGovtCBIForSushant
— Shekhar Suman (@shekharsuman7) July 12, 2020
सुशांत की मौत के एक महीने पूरे होने पर शेखर सुमन ने एक और ट्वीट में लोगों से लाइट जलाकर सुशांत के लिए प्रार्थना करने के लिए कहा. उन्होंने ट्वीट किया, 14 जुलाई के दिन दिया, कैंडिल जलाकर सुशांत सिंह राजपूत के लिए प्रार्थना करिए. सुशांत ने हमारे समाज को सकारात्मकता से भर दिया था, वो हमारे दिलों में हमेशा जिंदा रहेंगे.
बता दें कि बिहार में सुशांत सिंह राजपूत मामले में सीबीआई जांच की मांग और अभिनेता सलमान खान, करण जौहर, एकता कपूर समेत कई फिल्मकारों पर सुशांत सिंह मामले में साजिश का आरोप लगाते हुए बिहार के कई अदालतों में केस भी किया गया था. हालांकि मुजफ्फरपुर सीएजेएम कोर्ट ने याचिका खारिज कर दी है, जबकि वैशाली और पटना की अदालतों में अभी सुनवाई बाकी है.
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