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सुशांत केस में जांच अधिकारी नियुक्त किए गए IPS विनय तिवारी को मुंबई पहुंचते ही प्रशासन (BMC) ने क्वारंटाइन कर दिया. उन्हें IPS मेस के बजाय किसी गेस्ट हाउस में रुकवाया गया और अब ताज़ा खबरें ये हैं कि तिवारी को जांच से दूर रखने के लिए ये सब महाराष्ट्र की कवायद है. बिहार का इल्ज़ाम है कि तिवारी को क्वारंटाइन नहीं बल्कि महाराष्ट्र में हाउस अरेस्ट कर दिया गया है. बेहद चर्चित हो चुके सुशांत सिंह केस में सुर्खियों में आ चुके विनय तिवारी के बारे में जानिए.
पिता ने कर्ज लेकर पढ़ाया, IPS बनने में लगे दो अटेंप्ट
मूल रूप से उत्तर प्रदेश के निवासी विनय तिवारी को बचपन में स्टडी में रुचि नहीं थी लेकिन किताबों की संगत और भविष्य की चिंता ने उन्हें पढ़ाई के प्रति आकर्षित किया. पिता ने जब उनकी उच्च शिक्षा के लिए कर्ज लिया तो विनय ने कुछ बनने और कुछ कर दिखाने की ठान ली ताकि पिता की तपस्या और प्रतिष्ठा विफल न हो. यूपीएसएसी की परीक्षा में दूसरी कोशिश में उन्हें सफलता मिली.ये भी पढ़ें :- सुशांत सिंह राजपूत केस : किन हालात में सीबीआई कर सकती है जांच?
यूपीएससी से पहले इंजीनियरिंग
उत्तर प्रदेश के ललितपुर से शुरूआती पढ़ाई करने के बाद विनय ने कोटा में कोचिंग जॉइन करके इंजीनियरिंग की तैयारी की. गणित और विज्ञान में उनकी दिलचस्पी थी इसलिए उन्हें यह पढ़ाई करना रुचिकर लगा और IIT बीएचययू से उन्होंने ग्रेजुएशन किया. चूंकि विनय अपने पिता का सपना भी पूरा करना चाहते थे इसलिए उन्होंने यूपीएससी की तैयारी के लिए दिल्ली का रुख किया और वहां पहली कोशिश में नाकाम हुए.
पिता ने फिर उन्हें संबल दिया, तो उन्होंने तैयारी जारी रखते हुए पूरी कोशिश से दूसरी बार यूपीएससी की परीक्षा दी और इस बार कामयाबी हाथ लगी. हालांकि दूसरी बार के लिए गणित विषय को छोड़कर विनय ने समाज शास्त्र, भूगोल और इतिहास विषय को चुना और इस बार सफल हुए.
अगर नौकरी कर लेते तो?
IAS निशान्त जैन की मोटिवेशनल किताब ‘रुक जाना नहीं’ में IPS विनय तिवारी के संघर्ष की कहानी का ज़िक्र है, जिसके मुताबिक विनय ने जब IIT बीएचयू से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की तो नौकरी करना चाहते थे और फाइनल इयर में एक इंटर्नशिप कर भी चुके थे. लेकिन फिर उनके पिता ने उन्हें प्रेरित किया. विनय के मुताबिक संघर्ष हमेशा उनके पिता ने किया था ताकि वो कुछ बन सकें इसलिए उन्होंने यूपीएससी की तरफ रुख किया.
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2015 बैच के आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी को 2019 में पटना सेंट्रल के एसपी के तौर पर नियुक्ति मिली थी. वर्तमान में वह पटना के सिटी एसपी के पद पर कार्यरत हैं और अपने ब्लॉग के ज़रिये युवाओं को आईपीएस की परीक्षा के लिए टिप्स देते रहते हैं.
कवि और लेखक हैं विनय तिवारी
जी हां, आपने सही पढ़ा. सोशल मीडिया पर अपनी कविताओं को अक्सर साझा करना विनय की दिलचस्पी रही है. पिछले ही दिनों कोरोना वायरस पर उन्होंने अपनी एक काव्य रचना सोशल मीडिया पर अपने वीडियो के तौर पर साझा की, जो खासी चर्चित हो रही है. इसके अलावा वह गणित से जुड़े जीवन सूत्रों जैसे विषय पर कथित तौर पर एक किताब भी लिख रहे हैं.
कोरोना वायरस पर अपनी कविता संबंधी विनय तिवारी का ट्वीट.
सुशांत को दी थी श्रद्धांजलि
विनय तिवारी सोशल मीडिया पर सामाजिक सरोकारों से जुड़े पोस्ट करने को लेकर भी चर्चित रहे हैं और अपनी रचनात्मक गतिविधियों के लिए जाने जाते हैं. अभिनेता इरफान खान के निधन पर श्रद्धांजलि देने वाले विनय तिवारी ने 15 जून को जब सुशांत सिंह राजपूत को एफबी पर श्रद्धांजलि दी थी, तब शायद उन्हें भी नहीं पता था कि जल्द ही वही इस केस में जांच की कमान संभाल रहे होंगे.
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