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डीजी हेल्थ का कहना है कि अगले 15 दिनों में नई मशीनें आने से बैकलॉग कम होगा.
तेज़ उछाल
इस हफ्ते के शुरुआती 3 दिन की बात करें तो सोमवार को 127, मंगलवार को 210 और बुधवार को 451 केस सामने आए, कुल मिलाकर 788 केस. यह एक डरावनी संख्या है.
राज्य में कोरोना टेस्टिंग बढ़ सके इसके लिए अब ट्रूनेट टेस्टिंग हो रही है. फिलहाल राज्य में 16 ट्रूनेट मशीनें काम कर रही हैं. 10 नई मशीनें जल्द आने वाली हैं.लेकिन ट्रूनेट मशीनों से टेस्ट को लेकर अलग-अलग बातें भी सामने आ रही हैं लेकिन स्वास्थ्य महानिदेशक और अपर सचिव स्वास्थ्य युगल किशोर पंत का कहना है कि किसी को चिंता करने की ज़रूरत नहीं है. वह कहते हैं कि ट्रूनेट मशीन में न्यूक्लियर एसिड टेस्ट होता है और मशीन कोरोना टेस्ट में सही रिज़ल्ट देती है.
और खास बात ये इसमें रैपिड टेस्ट की तरह ब्लड सैंपल नहीं लिया जाता बल्कि गले से स्वाब सैंपल लिया जाता है.
नई मशीनों का इंतज़ार
डीजी हेल्थ का कहना है कि अगले 15 दिनों में नई मशीनें आने से बैकलॉग कम होगा.
कोरोना के केस बढ़ रहे हैं तो चिंता भी बढ़ रही है. हालांकि स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी का कहना है कि व्यवस्थाएं पूरी हैं. अमित नेगी का कहना है कि सीएम के निर्देश पर राजधानी के दून हॉस्पिटल और हल्द्वानी के सुशीला तिवारी हॉस्पिटल में सीनियर डॉक्टर्स मॉनिटरिंग कर रहे हैं कि कोरोना मरीजों के इलाज में कोई परेशानी न हो.
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