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कानपुर देहात (Kanpur Dehat) के भोगनीपुर थाना क्षेत्र के चौरा स्थित धर्मकांटा से बृजेश पाल (Brajesh pal) के अपहरण मामले (Kidnapping Case) में पुलिस (Police) का अमानवीय चेहरा सामने आया है. आरोप है कि बृजेश के भाई मुकेश को पुलिस ने अपहरण के बाद उठा लिया और 2 दिनों तक थाने में रखने के साथ ही उसकी बेरहमी से पिटाई की.
क्या है पूरा मामला?
कानपुर में संजीत यादव का अपहरण और हत्या का मामला अभी ठंडा भी नही हुआ था कि कानपुर देहात में भोगनीपुर थाना क्षेत्र के चौरा स्थित नेशनल धर्मकांटा से ब्रजेश पाल का 16 जुलाई की रात को अपहरण कर लिया गया. इस घटना के भी 10 दिन बीत जाने के बाद भी कानपुर देहात पुलिस के हाथ खाली है. अपहरणकर्ता ने ब्रजेश के फोन से परिजनों को फोन कर बताया था कि वह उनके पास है और पुलिस को सूचना नहीं देनी है. इतना ही नहीं अपहरणकर्ताओं ने 20 लाख रुपए की फिरौती मांगी थी और 5 दिन के अंदर रुपया देने को कहा था. अपहरणकर्ता और परिजनों के बीच फिरौती मांगे वाला बातचीत का ऑडियो भी है.
एसपी ने भी साध रखी है चुप्पीपूरे मामले में एसपी अनुराग वत्स भी चुप्पी साधे हुए हैं. वहीं एडीजी कानपुर रेंज को भी कोई जानकारी नहीं है. पुलिस का यह लापरवाह रवैया परिवार वालों के लिए मुसीबत बना हुआ है. उधर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, लेकिन एक बार फिर यूपी पुलिस का पूरा सिस्टम फेल नजर आ रहा है. अपराधी मस्त और पुलिस पस्त दिखाई दे रही है. वहीं कानपुर देहात पुलिस ने इस मामले से मीडिया को दूर रखा और अपहरण के मामले पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है.
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