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अस्पताल के प्राचार्य डा. हेमन्त कुमार सिंह ने बताया कि मेडिकल कॉलेज अस्पताल में प्लाज्मा थेरेपी की शुरुआत जल्द ही होगी और इसका सीधा फायदा भागलपुुर समेत आसपास के जिलों में मौजूद कोरोना के मरीजों को होगा.
पांच डॉक्टरों की कमिटी बनाई गई
बैठक के बाद प्राचार्य डा. हेमंत कुमार सिन्हा ने बताया कि मेडिसिन विभाग के एचओडी डा. विनय कुमार की अध्यक्षता में पांच डॉक्टरों की कमेटी बनायी है साथ ही नोडल पदाधिकारी पर ज्यादा दबाव होने की वजह से तीन और असिस्टेंट प्रोफेसर के स्तर के डॉक्टरों को उनके साथ शामिल करने का निर्देश दिया जिससे काम को आसान बनाया जा सके और एक ही डॉक्टर पर ज्यादा बोझ न हो. नौलखा परिसर में चली बैठक में मरीजों को बेहतर सुविधाएं देने, जांच की रफ्तार को तेज करने सहित मरीजों को पटना जाने की नौबत कम पड़े इसके लिए काम करने पर चर्चा की गयी.
आईसीएमआर के गाइडलाइन का किया जाएगा पालनबैठक के बाद प्राचार्य डा. हेमंत कुमार सिन्हा ने मेडिसिन विभाग के एचओडी डा. विनय कुमार की अध्यक्षता में पांच डॉक्टरों की कमेटी बनायी है. यह कमेटी आईसीएमआर के गाइडलाइन का स्टडी करने के बाद तय करेगी कि प्लाजमा थेरेपी के लिए किन-किन सामानों की जरूरत होगी. बनायी गयी कमिटी में नोडल पदाधिकारी डा. हेमशंकर शर्मा, ब्लड बैंक प्रभारी डॉ रेखा झा, पैथोलॉजी के इंचार्ज डॉ सत्येंद्र कुमार, सर्जरी विभाग के एचओडी डॉ मृत्युंजय कुमार और मेडिसिन विभाग से ही डॉ पीबी मिश्रा को शामिल किया गया है.
हेल्थ बुलेटिन की भी होगी शुरूआत
प्राचार्य डा. हेमन्त कुमार सिंह ने बताया कि कमिटी आईसीएमआर का स्टडी कर एक रिपोर्ट तैयार कर जिला प्रशासन को सौंपेगी जिसके बाद सामानों की उपलब्धता के बाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल में प्लाज्मा थेरेपी की शुरुआत होगी. उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत के निर्देश पर अस्पताल प्रशासन की ओर से इलाजरत कोरोना मरीजों के स्वास्थ्य को लेकर हेल्थ बुलेटिन जारी करने की शुरुआत कर दिए जाने की भी बात कही.
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