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चर्चा है कि स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय भी चाहते हैं कि संजय कुमार को ही फिर से आपदा जैसी आपात हालात में प्रधान सचिव बनाया जाए.
अपने सहयोगियों से बात तक नहीं करते कुमावत
आईएमए के सचिव डॉ सुनील कुमार और वरीय उपाध्यक्ष डॉ अजय कुमार ने साफ कहा कि जब तक संजय कुमार स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव थे तब तक हालात नियंत्रण में थी और अस्पतालों की सही से मॉनिटरिंग भी की जा रही थी साथ ही कोरोना से जुड़े डाटा भी ससमय उपलब्ध कराए जा रहे थे लेकिन वर्तमान प्रधान सचिव उदय सिंह कुमावत के आने के बाद हर जगह त्राहिमाम मचा है और यहां तक कि ये किसी से संवाद और राय विचार भी नहीं करते हैं.
मंगल पांडेय भी चाहते हैं संजय की वापसीअंदरखाने में चर्चा है कि स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय भी चाहते हैं कि संजय कुमार को ही फिर से आपदा जैसी आपात हालात में प्रधान सचिव बनाया जाए. यहां तक कि 2 दिनों पहले कैबिनेट मीटिंग में ही स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने प्रधान सचिव उदय सिंह कुमावत की सीएम के सामने पोल खोल दी थी और शिकायत की थी कि उदय सिंह कुमावत मंत्री की बात नहीं सुनते हैं जिसके बाद सीएम ने जमकर प्रधान सचिव को फटकार लगाई थी और चेतावनी देते हुए कहा था कि आपसे नहीं संभलता है तो आपको हटा दिया जाएगा.
सीएम को लिखी गई चिट्ठी
सीएम ने कुमावत को लगाई थी फटकार
सीएम ने इसी मीटिंग में कुमावत को प्रतिदिन सैम्पल जांच के लिए 20 हजार का टारगेट भी दिया था. सचिवालय में इस प्रकरण के बाद चर्चा गर्म है और कहा ये जा रहा है कि अगले 48 घंटे में सरकार प्रधान सचिव को हटाने का आदेश भी जारी कर सकती है जिसको लेकर जल्द ही नोटिफिकेशन भी जारी किया जाएगा. अब देखना है कि सीएम नीतीश कुमार क्या फैसला लेते हैं क्योंकि कुछ माह पूर्व सीएम नीतीश खुद प्रधान सचिव संजय कुमार से नाराज थे लेकिन बिगड़ती हालात में अब सरकार के पास दूसरा विकल्प भी नहीं है ऐसे में एक बार फिर तेज तरार ऑफिसर संजय कुमार को स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव का जिम्मा मिल सकता है.
डॉक्टरों की अपील
आईएमए के सचिव डॉ सुनील ने अनुरोध किया कि जिस प्रकार प्रशासनिक और पुलिसकर्मियों के लिए कोविड अस्पतालों में 25 फीसदी बेड आरक्षित करने का निर्देश दिया गया है, उसी प्रकार डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों के लिए भी 25 फीसदी बेड आरक्षित की जाए.
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