[ad_1]
हरियाली तीज की पूर्व संध्या में निभाई जाने वाली एक अनोखी रस्म को रतजगा कहते हैं.
इस दिन महिलाएं बागों में झूला झूलती हैं और अपने हाथों पर मेहंदी भी रचाती हैं. हरियाली तीज की पूर्व संध्या में निभाई जाने वाली एक अनोखी रस्म को रतजगा कहते हैं. ये रात्रि में किए जाने वाला, एक प्रकार का जगराता या जागरण होता है जिसमें सभी महिलाएं रात्रि जागरण करते हुए हर्ष और उल्लास के साथ, तीज के लोकगीत और भजन गाती हैं. हिन्दू पंचांग के अनुसार रतजगा की रस्म श्रावण शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को निभाई जाती है जबकि हरियाली तीज इसके अगले दिन, तृतीया तिथि को पड़ती है. आइए जानते हैं इस दिन महिलाओं को कौन से ऐसे उपाय करने चाहिए ताकि उनके जीवन में खुशहाली बनी रहे.
-हरियाली तीज के दिन शाम के समय पीपल के पेड़ पर सरसों के तेल का दीया जरूर जलाएं.
-कोरोना काल में शिव मंदिर जाने की जरूरत नहीं है बल्कि घर के मंदिर में ही भगवान शिव के सामने दीप जरूर जलाएं.-गरीब कन्याओं को भोजन करवाएं.
-हरे रंग की चूड़ियां और हरे रंग के कपड़े जरूर पहनें.
इसे भी पढ़ेंः Hariyali Teej 2020: कब है हरियाली तीज, जानें शुभ मुहूर्त और संपूर्ण पूजा विधि
-शाम के समय शनि देव के सामने सरसों के तेल का दीपक जलाएं.
-शनि मंत्र का 108 बार जाप जरूर करें.
-इस दिन काले वस्त्र का दान करें. कहते हैं इससे धन की प्राप्ति होती है.
-गरीब लोगों को खाने का सामान दान करें.
-अगर आपके विवाह मे देरी हो रही है तो हरियली तीज के दिन शाम के समय माता गौरी के सामने 16 श्रृंगार कर, एक घी का दीपक जलाकर बैठें. ऐसा करने से जल्द ही विवाह संबंधी समस्या दूर हो जाती है. साथ ही मन पसंद वर वधु की प्राप्ति होती होती है. वैवाहिक जीवन सुखी रहता है और पती पत्नि के बीच जीवन भर प्यार बना रहता है.(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित हैं. Hindi information18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)
[ad_2]
Source