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UP एसटीएफ ने विकास दुबे (Vikas Dubey Kanpur) को पकड़ने के लिए मंगलवार रात हरियाणा के फरीदाबाद (Faridabad) में बदरपुर बॉर्डर के पास एक होटल में छापा मारा और उसके कुछ ही घंटे बाद अमर को मार गिराया.
बता दें कानपुर में जघन्य हत्याकांड को अंजाम देने के बाद से ही विकास दूबे और उसके साथी फरार चल रहे थे. यूपी के लॉ एंड ऑर्डर अतिरिक्त महानिदेशक (ADG) प्रशांत कुमार ने इस बाबत जानकारी दी कि विकास दुबे और उनके सहयोगियों की तलाश में लगातार छापेमारी के दौरान उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने बुधवार सुबह उसके एक करीबी साथी अमर दुबे को हमीरपुर जिले के मौदहा पुलिस थानान्तर्गत सुनसान जगह पर मार गिराया.
ADG कुमार ने कहा कि अमर दुबे बिकरु गांव में हुई गोलीबारी में आरोपी थे, जिसमें डिप्टी एसपी देवेंद्र मिश्रा सहित आठ पुलिसकर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. उन्होंने कहा कि विकास दुबे के साथ अमर दुबे गोलीबारी के बाद भाग रहे थे और राज्य पुलिस उसे गिरफ्तार करने के प्रयास कर रही थी.
अतुल दूबे का भाई था अमर दूबेअमर हमीरपुर के अतरा गांव में छिपा था. पुलिस के मुताबिक अमर, अतुल दुबे का भाई था जो three जुलाई को बिकरु गांव में मारा गया था. ग्रामीण कानपुर के बिकरू गांव में गोलीबारी के चार दिन पहले 29 जून को उसने शादी की थी. वह उस ग्रुप में शामिल था जिसने विकास दुबे के घर से पुलिस टीम पर गोलीबारी की थी.
गौरतलब है कि एसटीएफ ने विकास दुबे को पकड़ने के लिए मंगलवार रात हरियाणा के फरीदाबाद में बदरपुर बॉर्डर के पास एक होटल में छापा मारा और उसके कुछ ही घंटे बाद अमर को मार गिराया. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में दिखा था कि विकास दुबे जैसा दिखने वाला एक व्यक्ति होटल में रुका था और एसटीएफ ने फरीदाबाद की अपराध शाखा की मदद से वहां छापा मारा गया था. हालांकि वह छापे से कुछ घंटे से पहले फरार हो गया था.
अधिकारी ने कहा कि तीन संदिग्धों को बाद में फरीदाबाद से उठाया गया था जिनके पहचान पत्र का इस्तेमाल होटल के कमरे को बुक करने के लिए किया गया था. अधिकारी ने बताया कि तीन संदिग्धों से पता चली जानकारी से पता चला कि विकास दुबे उन तीन व्यक्तियों में से एक था जो उस होटल में रुके थे.
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