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बीते बुधवार को गोपालगंज और चंपारण (Gopalganj and Champaran) को जोड़ने वाली सत्तर घाट महासेतु (Sattar Ghat Bridge) से दो किलोमीटर पहले अप्रोच रोड ध्वस्त हो गया था.
हालांकि इस मामले में अब नया वीडियो सामने आया है जिसमें देखा जा सकता है कि लोग शांत खड़े हुए देख रहे हैं और पुलिया का अप्रोच रोड भरभरा कर गिरता जा रहा है. इस वीडियो को बिहार के एक वरिष्ठ पत्रकार प्रशांत कुमार झा ने शेयर करते हुए लिखा है कि इसे आप स्वयं देखें और जज करें कि एफआईआर गलत है या सही?
बता दें कि बीते बुधवार को गोपालगंज और चंपारण को जोड़ने वाली सत्तर घाट महासेतु से दो किलोमीटर पहले अप्रोच रोड ध्वस्त हो गया था. जिसको लेकर स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों ने कार्य एजेंसी पर लापरवाही का आरोप लगाया था. अब सवाल ये उठाए जा रहे हैं कि जिस वशिष्ठा कंस्ट्रक्शन कम्पनी ने इस पुल का निर्माण किया और अप्रोच रोड बनवाया था उसपर अब तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई?इसी तरह जल संसाधन विभाग और पथ निर्माण विभाग के अधिकारियों और कर्मियों को क्यों बख्श दिया गया? बल्कि इसके उलट महासेतु के अप्रोच रोड के टूटने के बाद आम लोगों को या स्थानीय जनप्रतिनिधियो को ही निशाना बनाया गया है. जबकि अबतक पूरे मामले की जांच कराने की कोई बात नहीं की गयी है.
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