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एडिशनल एसीपी ईस्ट के मुताबिक, मृतका की मां का गांव के ही एक व्यक्ति से प्रेम प्रसंग चल रहा था. वारदात के 1 दिन पहले बेटी ने मां को उक्त व्यक्ति के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था और पिता से बताने की धमकी दी थी.
पुलिस की आंखों में झोंकना चाहते थे धूल
three जुलाई को बारासगवर थाना क्षेत्र के गांव दरियाबाद के रहनेवाले महेश पासवान की 12 वर्षीय बेटी अंशिका की लाश अपने घर के अंदर संदिग्ध परिस्थितियों में मिली थी. पिता महेश व मां मोनी देवी ने पुलिस को बताया कि दोनों लोग खेत पर गए हुए थे. जब वह घर लौटे तो बेटी मृत हालत में घर के अंदर पड़ी मिली और गर्दन पर रस्सी बंधी हुई थी. इनलोगों ने गांव के ही 5 लोगों के खिलाफ बेटी की हत्या करने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था. बारासगवार थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर सभी आरोपियों को हिरासत में ले लिया.
पुलिस की जांच में फंसी मांपुलिस की जांच में आरोपियों ने हत्या की वारदात में शामिल होने की बात को सिरे से नकार दिया. इसके बाद पुलिस अधिकारियों ने मृतका के पिता व उसकी मां के बारे में गोपनीय तरीके से जांच-पड़ताल शुरू की. मां की भूमिका संदिग्ध नजर आने पर पुलिस ने मां को हिरासत में ले लिया. पूछताछ में मृतका की मां मोनी देवी टूट गईं और बेटी की हत्या प्रेमी के साथ मिलकर करने का जुर्म कबूल कर लिया.
एएसपी विनोद कुमार पांडेय का बयान
एडिशनल एसपी ईस्ट वीके पांडे ने एसपी कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर घटना का खुलासा किया. बताया कि मृतका की मां का गांव के ही एक व्यक्ति से प्रेम प्रसंग चल रहा था. वारदात के 1 दिन पहले बेटी ने मां को उक्त व्यक्ति के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था और पिता से बताने की धमकी दी थी. जिस पर उसने प्रेमी देवी प्रसाद के साथ मिलकर बेटी की हत्या रस्सी से गला घोंटकर कर दी. वहीं पूरे घटनाक्रम में नंद कुमार व रामबहादुर की संलिप्तता पाई गई है. आरोपी मां उसके प्रेमी के अलावा चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. साथ ही मामले में आगे की विधिक कारवाई की जा रही है.
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