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सेना के हेलीकॉप्टर की बरसाना थाना के संकेत गांव (Sanket Village) में लैंडिंग कराई गई. तकनीकी खामी दूर होने के बाद हेलीकॉप्टर ने उड़ान भरी. हेलीकॉप्टर के लैंड करते ही वहां लोगों की भीड़ जुट गई.
सशस्त्र बलों के हेलीकॉप्टर की कई बार आपात लैंडिग हो चुकी है. इसी साल बीते 26 जून को कुंडली- गाजियाबाद- पलवल पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे (केजीपी) पर सुबह 9.45 बजे वायुसेना के हेलीकॉप्टर की आपात लैंडिंग करवानी पड़ी थी. हेलीकॉप्टर हिंडन एयरबेस से उड़ा था और इसमें पायलट सहित वायुसेना के चार जवान सवार थे. आपात लैंडिंग के बाद सभी जवान सुरक्षित थे. हेलीकॉप्टर की आपात लैंडिंग की सूचना पर राई व कुंडली थाना पुलिस मौके पर पहुंची और केजीपी की एक लेन बंद कर वाहनों को दूसरी लेन पर डायवर्ट कराया था. बाद में वायुसेना के दूसरे हेलीकॉप्टर से अधिकारी व इंजीनियर वहां पहुंचे और 11.13 बजे हेलीकॉप्टर की तकनीकी खराबी दूर कर उसे वापस हिंडन एयरबेस रवाना किया था.
#WATCH An Indian Army Chetak helicopter made a precautionary touchdown close to a faculty at Bharatpur-Mathura border as we speak morning. The chopper took off for its vacation spot after finishing up the checks. All personnel on board the chopper are secure. pic.twitter.com/aLw8DEZ2D4
— ANI (@ANI) August 17, 2020
16 अप्रैल को हेलीकॉप्टर चीता की आपात लैंडिंग
वहीं, बीते 16 अप्रैल को हेलीकॉप्टर चीता को ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे पर आपात लैंड करना पड़ा था. तब एयरफोर्स ने बताया था कि हेलीकॉप्टर ने गाजियाबाद स्थित हिंडन एयरबेस से उड़ान भरी थी. उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद इसे बागपत में एक्सप्रेसवे पर लैंड कराना पड़ा. हालांकि, कुछ देर बाद ही एयरफोर्स का चीता हेलीकॉप्टर वापस हिंडन एयरबेस लौट गया था.
होशियारपुर में 17 को अप्रैल आपात लैंडिंग
वहीं, 17 अप्रैल को होशियारपुर के निकट हाजीपुर के गांव बुड्ढावड़ में वायु सेना के अपाचे हेलीकॉप्टर में तकनीकी खराबी आ गई थी. इसके कारण उसकी खेतों इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी थी. बताया जा रहा था कि हेलीकॉप्टर ने पठानकोट से उड़ान भरी थी और किसी तकनीकी खराबी के चलते इसकी खेतों में इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी. हेलीकॉप्टर में मौजूद दोनों पायलट और हेलिकॉप्टर पूरी तरह सुरक्षित थे. इमरजेंसी लैंडिग लगभग 11.30 बजे हुई थी इसके बाद मौके पर हाजीपुर की पुलिस व डीएसपी रविंदर सिंह भी पहुंच गए थे.
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