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मौसम विभाग की चेतावनी के बाद आपदा प्रबंधन विभाग ने बारिश के वक्त लोगों को घरों से न निकलने की अपील की है, क्योंकि आकाशीय बिजली गिरने का खतरा रहता है. मौसम विभाग ने लोगों से आग्रह किया है कि ‘INDRAVAJRA’ ऐप को अपने मोबाइल में डाउनलोड कर लें, जिससे वज्रपात की चेतावनी समय रहते प्राप्त की जा सके.
200 से अधिक लोगों की मौत
बता दें कि बिहार में इस मानसून सीजन में 200 से अधिक लोगों की जान आकाशीय बिजली की चपेट में आने से जा चुकी है. मंगलवार को ही बिहार में 7 लोग वज्रपात की चपेट में आ गए और उनकी मौत हो गई. इसी तरह सोमवार को भी eight लोग आकाशीय बिजली की जद में आ गए थे. पिछले 25 जून को एक दिन में ही 107 लोगों को वज्रपात में जान गंवानी पड़ी थी.अलर्ट पर जल संसाधन विभाग
इस बीच, मौसम विभाग ने कहा है कि बिहार में जुलाई तक बारिश जारी रहेगी, क्योंकि मानसून राज्य में पूरी तरह से सक्रिय है. वहीं, 12 जुलाई तक बागमती बेसिन में मूसलाधार बारिश की चेतावनी जारी की गई है, जिससे प्रदेश में बाढ़ का खतरा भी उत्पन्न हो गया है. हालांकि, इसको लेकर जल संसाधन विभाग अलर्ट मोड में है और एहतियात के सभी कदम उठा रही है. इसी क्रम में जल संसाधन मंत्री संजय झा ने ट्वीट कर इस बात की जनकारी भी साझा की है.
आज से रविवार के बीच पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मुजप्फरपुर, समस्तीपुर, मधुबनी, दरभंगा, बेगूसराय, खगड़िया, सुपौल, सहरसा, मधेपुरा, भागलपुर व बांका जिलों में अलग-अलग दिन भारी बारिश का पूर्वानुमान है।
इसके मद्देनजर @WRD_Bihar के अभियंता अतिरिक्त चौकसी बरत रहे हैं।@NitishKumar pic.twitter.com/nJI9yMBVhc
— Sanjay Kumar Jha (@SanjayJhaBihar) July 8, 2020
गौरतलब है कि मानसून की सक्रियता बढ़ऩे से बुधवार से राज्य में बारिश में तेजी आने के आसार हैं. इसके साथ ही कुछ इलाकों में वज्रपात भी हो सकता है. मंगलवार को राज्य के विभिन्न इलाकों में हल्की बारिश हुई. वर्तमान में मानसून की टर्फ लाइन झारखंड से गुजर रही है, जिस कारण बिहार में बारिश सामान्य बात है, लेकिन नेपाल में हो रही तेज बारिश से बिहार में बाढ़ का भी खतरा है.
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