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इस दौर में एपीजे अब्दुल कलाम तकनीकी यूनिवर्सिटी (APJ Abdul Kalam Technical University) के स्टूडेंट्स ने दावा किया है कि उन्होंने ऐसी मशीन बनाई है जो सिर्फ नोटों को गिनती नहीं बल्कि उन्हें सैनेटाइज भी करती है. इस मशीन को बनाने वाले स्टूडेंट अनुज शर्मा और उनकी टीम का दावा है कि नोटों को सैनेटाइज करने वाली इस मशीन को बनाने में सिर्फ 14 से 15 हजार रुपये का खर्च आता है.
इस मशीन की फोटो में आप साफ देख सकते हैं कि मशीन में एक खास सैनेटाइजर लगा हुआ है. जो आराम से साफ-सफाई को ध्यान में रखकर पैसों को गिन सकता है. सबसे अच्छी बात यह है कि कोरोना वायरस महामारी के बीच इस तरह की मशीन लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर बनाया गया है. न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत करते हुए मशीन को बनाने वाले स्टूडेंट अनुज शर्मा ने बताया कि यह मशीन एक मिनट में 200 नोट को गिनने की क्षमता रखती है.
Lucknow:Anuj Sharma&his group at APJ Abdul Kalam Technical University declare they’ve developed foreign money notice disinfection cum counting machine.He says,”It costed Rs 14-15 thousand to build prototype, can be slightly higher for commercial production as we’ll ensure quality.” (16.07) pic.twitter.com/6JyX63b7xh
— ANI UP (@ANINewsUP) July 16, 2020
जब से इस खास तरह की मशीन की फोटो सोशल मीडिया पर आई है, तब से यह लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है. लोग इस नोट सैनेटाइज करने वाली मशीन की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं. सोशल मीडिया यूजर एपीजे अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय के अनुज शर्मा और उनकी टीम को बधाई देते हुए भी नजर आ रहे हैं.अब तक इस ट्वीट पर 400 से ज्यादा लाइक्स और 50 रिट्वीट आ चुके हैं. सिर्फ इतना ही नहीं लोग इस पोस्ट के नीचे कमेंट भी कर रहे हैं.
Great👍👍
— Sonam Thakur 💯FB🔙 (@IamThakurSonam) July 16, 2020
एक यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा, शानदार वहीं एक यूजर ने कमेंट किया…बेहतरीन काम है ये
Jarurat hello aviskar ki janani hai
Has been proved #BoloGuruji— Suraj Dubey (@SurajDu20058309) July 17, 2020
ट्विटर यूजर सूरज दुबे ने इस मशीन को देखने के बाद कहा कि आवश्यकता ही अविष्कार की जननी है और इन बच्चों ने यह साबित कर दिखाया है.
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