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इस ध्वंश के बाद कल्याण सिंह (Kalyan Singh) को न सिर्फ सत्ता गंवानी पड़ी थी बल्कि न्यायालय की अवमानना के मामले में जेल भी जाना पड़ा था और जुर्माना भी भरना पड़ा था.
कल्याण सिंह को गंवानी पड़ी थी सत्ता
इस कार्यक्रम में राम मंदिर आंदोलन से जुड़े पुरोधाओं को भी आमंत्रित किया गया है. इन्हीं में से एक हैं कल्याण सिंह (Kalyan Singh). 6 दिसंबर 1992 जब कार सेवकों ने विवादित ढांचे को गिरा दिया था उस समय उत्तर प्रदेश में कल्याण सिंह मुख्यमंत्री थे. इस ध्वंश के बाद कल्याण सिंह को न सिर्फ सत्ता गंवानी पड़ी थी बल्कि न्यायालय की अवमानना के मामले में जेल भी जाना पड़ा था और जुर्माना भी भरना पड़ा था.
PM Modi will attend the muse stone laying ceremony of Lord Ram’s temple in Ayodhya on August 5. I may even attain there on August four and attend the ceremony the following day. It is a matter of maximum happiness for me: Former Uttar Pradesh Chief Minister Kalyan Singh pic.twitter.com/5rrZsyaBTT
— ANI UP (@ANINewsUP) August 1, 2020
आकांक्षा पूरी हो गई!
राममंदिर आंदोलन (Ram temple motion) के पुरोधा उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के राज्यपाल रह चुके कल्याण सिंह भी भूमिपूजन में शिरकत करने अयोध्या जाएंगे. बुधवार को News 18 संवाददाता ने कल्याण सिंह से राम मंदिर आंदोलन से लेकर कई विषयों पर ख़ास बातचीत की. उन्होंने कहा ‘मंदिर का शिलान्यास होने जा रहा है. भूमि पूजन होगा, 5 अगस्त मेरे लिए बहुत ही खुशी का दिन होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) स्वंय आ रहे हैं. साधु-संत के साथ गणमान्य लोग भी पहुंचेंगे. मेरी आकांक्षा पूरी हो गई’.
सुबह करीब 11.15 बजे अयोध्या पहुंचेंगे पीएम मोदी
सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 अगस्त को सुबह करीब 11.15 बजे अयोध्या पहुंचेंगे. अयोध्या पहुंचने के बाद वह सबसे पहले हनुमानगढ़ी के दर्शन करेंगे. हनुमानगढ़ी के बाद वह रामलला के दर्शन करेंगे और फिर भूमिभूजन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचेंगे. यहां करीब दो घंटे से अधिक समय तक रहने के बाद प्रधानमंत्री मोदी दोपहर करीब दो बजे अयोध्या से रवाना हो जाएंगे. प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव, गृह सचिव, पुलिस महानिदेशक ने एसपीजी के अधिकारियों और मंदिर ट्रस्ट के साथ बैठक की है.
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