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कोरियाई कंपनी के इस किट से पहले दिल्ली और मुंबई में जांच शुरू की गई है उसके बाद बिहार में इसकी शुरुआत हो रही है. किट दक्षिण कोरियाई कंपनी का है और कंपनी का उत्पादन इकाई गुरुग्राम के बगल में स्थित मानेसर में है.
पटना जिला से हुई शुरूआत
मंगल पांडेय ने कहा कि इस किट से राज्य के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर जांच होगी जहां मरीजों को स्वाब देने की प्रक्रिया से गुजरना होगा. फिलहाल मोबाइल वैन घूम घूमकर जांच नहीं करेगी. मंत्री ने भरोसा जताते हुए कहा कि इससे जांच की क्षमता भी बढ़ेगी और लोगों के समय की भी बचत होगी इसीलिए किट की कमी नहीं होने दी जाएगी. पटना जिले ने सबसे पहले बाजी मारी है जहां 2000 किट पहुंचते ही कल से ही रैपिड एंटीजन किट से जांच शुरू कर दी गई है ,हांलाकि जिलाधिकारी कुमार रवि ने कहा है कि इस किट से सिर्फ एसिम्पटमेटिक मरीजों और हाई रिस्क कॉन्टैक्ट में आये मरीजों की ही जांच हो पाएगी.
सभी जिलों को भेजा जा रहा है किटइसको लेकर संबंधित लैब टेक्नीशियन को निर्देश दिए जा चुके हैं. इस किट से जांच के लिए आईसीएमआर ने राज्य के मुख्य सचिव को एक जुलाई को ही पत्र लिखा था जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने सभी डीएम और सिविल सर्जन को रैपिड एंटीजन किट से जांच शुरू कराने का निर्देश दिया था और किट दिल्ली से पटना पहुंचते ही जांच की प्रक्रिया शुरू हो गई है. रैपिड एंटीजन किट उपलब्ध कराने के लिए बतौर एजेंसी का भी चयन कर लिया गया है और बीएमएसआईसीएल के माध्यम से सभी जिलों को किट की जरूरत पड़ते ही उपलब्ध करा दिए जाएंगे.
कोरिया कंपनी ने बनाया है किट
कोरियाई कंपनी के इस किट से पहले दिल्ली और मुंबई में जांच शुरू की गई है उसके बाद बिहार में इसकी शुरुआत हो रही है. किट दक्षिण कोरियाई कंपनी का है और कंपनी का उत्पादन इकाई गुरुग्राम के बगल में स्थित मानेसर में है. एक्सपर्ट्स की मानें तो इस किट से एक दिन में हजारों सैंपलों की जांच हो सकती है और इसके बाद दूसरे मशीनों से क्रॉस चेक करने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी. राज्य में फिलहाल सभी बड़े जांच केंद्रों में आरटी पीसीआर मशीन से जांच हो रही है और सैंपल लेने से लेकर जांच रिपोर्ट आने तक 24 से 48 घंटे तक समय लग जा रहा है.
बिहार में तेजी से फैल रहा है कोरोना
इस मशीन में जांच से पहले भी सैंपल अलग करने से लेकर उनका पुल बनाने तक कई प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ेगा लेकिन स्वाब लेते ही आधे घंटे में मरीज को रिपोर्ट मिल जाएगी. जाहिर है जिस तरह से बिहार में कोरोना विस्फोट हो रहा है ऐसे में संक्रमित मरीजों की पहचान के लिए यह किट कारगर साबित होगा.
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