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Kanpur Encounter: मुखबिरी के शक में आए एसओ विनय तिवारी, दरोगा कुंवर पाल, दरोगा केके शर्मा और सिपाही राजीव चौधरी को पहले ही निलंबित किया जा चुका है.
इनकी हुई तैनाती
एसएसपी कानपुर ने पुलिसलाइन से सिपाही सुधीर, आशीष, विमल, रवि, मोहित, नवीन, विजेंद्र, धीरज कुमार, लवकुश और रिषी यादव की तैनाती चौबेपुर थाने में की है. अब ये नए सिपाही थाने का कामकाज देखेंगे.
पुलिस जांच में हुआ है थाने से मुखबिरी का खुलासा
गौरतलब है कि विकरू गांव में कुख्यात हिस्ट्री शीटर विकास दुबे के घर दबिश देने गई पुलिस टीम पर हमला हुआ था. इस हमले में सीओ विल्ल्हौर देवेंद्र मिश्रा समेत eight पुलिसकर्मी शहीद हो गए, जबकि 6 अन्य घायल हो गए. पूरे मामले में जैसे-जैसे तफ्तीश आगे बढ़ी तो खुलासा हुआ कि थाने से ही दबिश की सूचना विकास दुबे को मिली. जिसके बाद उसने अपने हथियारबंद गुर्गों को बुलाकर हमला किया गया.
STF के हाथ लगा ऑडियो
एसटीएफ के हाथ लगे ऑडियो में ‘विभीषण’ का पता चला है, जिसमें उन्होंने दबिश की सूचना दहशतगर्द विकास दुबे को दी थी. एसटीएफ की जांच में पता चला है कि दरोगा केके शर्मा और सिपाही राजीव चौधरी की उस दिन विकास दुबे से बातचीत हुई थी.
न्यूज18 को मिली जानकारी के मुताबिक, अब तक की जांच में एसटीएफ को जो सबूत मिले हैं, उसमें दरोगा केके शर्मा की शाम साढ़े पांच बजे विकास दुबे से बात हुई थी. इसके बाद दबिश से ठीक पहले सिपाही राजीव चौधरी ने रात 12.11 बजे विकास दुबे को फोन किया और दबिश की पूरी सूचना दी. इतना ही नहीं, इस सूचना के बाद विकास ने राजीव से कहा था कि आज पुलिस से निपट लेंगे. इसी के बाद साढ़े 12 बजे और 1 बजे के बीच पुलिस दबिश देने के लिए विकास दुबे के घर पहुंची, जहां पहले से ही घात लगाकर बैठे विकास और उसके गुर्गों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी.
(इनपुट: श्याम तिवारी)
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