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इस मामले में योगी सरकार (Yogi Government) ने सीबीआई (CBI) जांच की सिफारिश की है. वहीं पांच आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद उनकी निशानदेही पर पुलिस संजीत के शव को पंडू नदी में तलाश रही है.
अपहरण के एक महीने बाद 23 जून को पुलिस के द्वारा पीड़ित परिवार को उसकी हत्या की सूचना मिली थी. जिसके बाद से ही लगातार परिवार वाले अपने बेटे के शव की मांग कर कर रहे हैं. मगर पुलिस मृतक संजीव के शव को खोज पाने में पूरी तरीके से नाकामयाब हैं. वहीं संजीव के परिवार में रक्षाबंधन के पावन पर्व पर भी मातम छाया हुआ है. उसकी बहन को अभी भी ये लग रहा है कि उसका भाई आएगा और वह उसके कलाई में राखी बांधेगी. रुचि ने अपने भाई की फोटो पर ही खीर खिलाकर तिलक किया.
इस मामले में योगी सरकार ने सीबीआई (CBI) जांच की सिफारिश की है. वहीं पांच आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद उनकी निशानदेही पर पुलिस संजीत के शव को पंडू नदी में तलाश रही है. हफ्ते भर से ज्यादा का वक्त गुजर जाने के बाद भी अभी तक संजीत का शव पुलिस के हाथ नहीं लगा है.
इन four पुलिस अफसरों पर गिरी थी गाजसीएम के निर्देश के बाद शासन से मिली जानकारी के अनुसार जनहित में अपर पुलिस अधीक्षक, दक्षिणी कानपुर नगर, आईपीएस अपर्णा गुप्ता और मनोज गुप्ता तत्कालीन सीओ को निलंबित कर दिया गया है. इसके अलावा लापरवाही बरतने के आरोप में पूर्व प्रभारी निरीक्षक थाना बर्रा रणजीत राय और चौकी इंचार्ज राजेश कुमार को निलंबित कर दिया गया है. बता दें एक महीने से अपहरण के इस मामले में कानपुर पुलिस की लापरवाही भी सामने आई है. इस किडनैपिंग केस में पुलिस पर आरोप भी लगे हैं कि उसने अपहृत युवक के परिजनों से अपहरणकर्ताओं को 30 लाख रुपए भी दिलवा दिए.
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