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सब पर सख्त, बीजेपी पर नरम पुलिस
कोरोना वायरस संक्रमण के लगातार फैलने के बीच प्रशासन सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क पहनने के नियम का सख्ती से पालन करा रहा है. अभी तक मास्क न पहनने के कारण पुलिस करीब डेढ़ लाख लोगों के चालान काट चुकी है. इनसे करीब डेढ़ करोड़ रुपये की पैनल्टी चालान के रूप में वसूली गई.
इस बीच भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत 30 जुलाई को देहरादून में शूट होने वाली फिल्म विष के मुहूर्त शॉट में दिखाई दिए. भाजपा के ऑफिशियल मीडिया ग्रुप में बाकायदा इसकी तस्वीरें भी प्रेस से शेयर की गईं लेकिन इन फोटों के सामने आते ही भगत और भगत के बहाने पूरी पार्टी विपक्ष के निशाने पर आ गई. दरअसल, इस फ़ोटो में भगत समेत 12 लोग नजर आ रहे हैं लेकिन किसी ने भी मास्क नहीं पहना है.इससे कांग्रेस को मौका मिल गया. कांग्रेस लगातार आरोप लगा रही है कि प्रशासन भाजपा के दबाव में काम कर रहा है और प्रदेश में दो तरह के कानून चल रहे हैं. एक सत्ताधारी पार्टी के लिए और दूसरा विपक्ष या आम लोगों के लिए. इसी कारण सरकार के निर्देश और कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन कर रहे भाजपाइयों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही.
शुद्ध माहौल
इस संबंध में जब 31 जुलाई को बंशीधर भगत से पूछा गया तो उनका जवाब था कि उन्होंने गले में CLO2 पहना है और इसको पहनने के बाद दो महीने तक एक मीटर के दायरे में कोरोना का वायरस नहीं फटकता. इसी कारण फोटोशूट के दौरान उन्होंने मास्क हटा दिया था. भगत का कहना था कि वहां का माहौल भी शुद्ध था और फिल्म यूनिट के लेाग कोविड टेस्ट कराने के बाद ही यहां पहुंचे थे.
कांग्रेस ने भगत के इस बयान पर कड़ी आपत्ति जताई. कांग्रेस का कहना है कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चमत्कारी लॉकेट पहने हुए हैं और अगर यह लॉकेट इतना ही प्रामाणिक है तो वह सरकार को यह सुझाव क्यों नहीं देते कि राज्य के हर नागरिक को ये लॉकेट पहनने की सलाह दें.
इस पर बंशीधर भगत ने सोमवार को दोबारा बयान दिया. भगत का कहना है कि लॉकेट मैने पहना है लेकिन मैं इसकी प्रमाणिकता का लाइसेंस नहीं बांट रहा हूं, न किसी को खरीदने के लिए कह रहा हूं. उन्होंने कहा कि CLO2 के इस पैकेट की प्रमाणिकता कितनी है उनको नहीं पता.
क्या है CLO2
हालांकि भगत के अलावा इस मुद्दे पर पार्टी का हर नेता चुप्पी साधे हुए है. अब जानिए क्या है भगत के गले में लटके पाऊच का राज़.
दरअसल यह एक तरह का सैनिटाइज़र का पाउच है. इसके अंदर क्लोरीन डाइऑक्साइड गैस क्रिस्टल फार्म में होती है. सामान्य तौर पर क्लोरीन डाइऑक्साइड का उपयोग मेडिकल और लैबोरट्री इक्यूपमेंटस को स्टरलाइज़ करने में होता है.. क्लोरीन डाइऑक्साइड का उपयोग कीटाणुनाशक के रूप में भी किया जाता है.
हालांकि इसे गले में टांगकर घूमने से यह कोरोना वायरस से कितना बचा पाएगा, बचा भी पाएगा या नहीं इसके बारे में कोई प्रामाणिक जानकारी नहीं है. हालांकि यह ऑनलाइन बिक रहा है और इसे कोई भी ख़रीद सकता है. हालांकि जानकारों का कहना है कि ऐसा करना कई मामलों में खतरनाक भी हो सकता है.
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