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नई दिल्ली:
दिल्ली (Delhi) की कुंडली सीमा पर कृषि कानूनों (Farm Laws) के विरोध में चल रहे किसानों के आंदोलन (Farmers’ Movement) में भागीदारी कर रहे सिख संत राम सिंह ने आज आत्महत्या कर ली. इस घटना पर दुख के साथ रोष से भरी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने दुख जताते हुए मोदी सरकार पर प्रहार किया है. उन्होंने कहा है कि राजहठ आत्मघाती है क्योंकि ये देश की आत्मा-अन्नदाता की जान का दुश्मन बन बैठा है.
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कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि करनाल के संत बाबा राम सिंह जी ने कुंडली बॉर्डर पर किसानों की दुर्दशा देखकर आत्महत्या कर ली. इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं और श्रद्धांजलि. कई किसान अपने जीवन की आहुति दे चुके हैं. मोदी सरकार की क्रूरता हर हद पार कर चुकी है. ज़िद छोड़ो और तुरंत कृषि विरोधी क़ानून वापस लो.
करनाल के संत बाबा राम सिंह जी ने कुंडली बॉर्डर पर किसानों की दुर्दशा देखकर आत्महत्या कर ली। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएँ और श्रद्धांजलि।
कई किसान अपने जीवन की आहुति दे चुके हैं। मोदी सरकार की क्रूरता हर हद पार कर चुकी है।
ज़िद छोड़ो और तुरंत कृषि विरोधी क़ानून वापस लो! pic.twitter.com/rolS2DWNr1
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 16, 2020
कांग्रेस के प्रवक्ता और सांसद रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट करके सिख संत के आत्महत्या करने पर दुख जताया. उन्होंने कहा कि कुंडली बार्डर पर किसानों के लिए संघर्षरत करनाल के संत राम सिंह की आत्महत्या बेहद दुखद है. विनम्र श्रद्धांजलि! मोदी जी, शीतलहर के बीच किसानों की भावनाओं से खिलवाड़ को तत्काल छोड़िए. ये राजहठ आत्मघाती है क्योंकि ये देश की आत्मा-अन्नदाता की जान का दुश्मन बन बैठा है.
कुंडली बार्डर पर किसानों के लिए संघर्षरत करनाल के संत राम सिंह की आत्महत्या बेहद दुखद है। विनम्र श्रद्धांजलि!
मोदी जी, शीतलहर के बीच किसानों की भावनाओं से खिलवाड़ को तत्काल छोड़िए।
ये राजहठ आत्मघाती है क्योंकि ये देश की आत्मा-अन्नदाता की जान का दुश्मन बन बैठा है।#किसान_आंदोलनpic.twitter.com/DnD9zxuvWx
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) December 16, 2020
शिरोमणि अकाली दल की नेत्री हरसिमरत कौर बादल ने ट्वीट करके मोदी सरकार को लताड़ा. उन्होंने कहा कि ”केंद्र सरकार यहां तक जिद्दी बनी हुई है और किसानों की पीड़ा को नकार रही है. बाबा राम सिंह जी सिंघरा वाले ने कुंडली सीमा पर अपने आसपास के लोगों के कष्टों को देखने में असमर्थ होने के बाद आत्महत्या कर ली है. आशा है कि केंद्र सरकार इस त्रासदी के बाद जागेगी और इससे पहले कि बहुत देर हो जाए तीनों कृषि कानूनों को वापस लेगी.”
Even as GOI stays cussed & refuses to be moved by struggling of #farmers, Baba Ram Singh ji Singhra wale has dedicated suicide after being unable to see the struggling round him at Kundli border. Hope GOI wakes as much as the tragedy & repeals the three agri legal guidelines earlier than it is too late. pic.twitter.com/z0Ruv8VCYa
— Harsimrat Kaur Badal (@HarsimratBadal_) December 16, 2020
कांग्रेस के नेता गौरव पांधी ने ट्वीट करके सिख संत के निधन पर दुख प्रकट किया. उन्होंने कहा कि करनाल के संत राम सिंह जी सिंघरा, जिन्होंने आज आत्महत्या कर ली, के अंतिम शब्दों को पढ़ना बेहद दर्दनाक और चौंकाने वाला है. उन्होंने लिखा, “सरकार किसानों के साथ जो कर रही है वह अन्यायपूर्ण है और मैं इस अन्याय के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के रूप में अपना जीवन समाप्त कर रहा हूं.” ओम शांति.
Extremely painful & surprising to learn these final phrases of Sant Ram Singh ji Singhra of Karnal who died by suicide at farmers’ protest at present. He wrote, “what Govt is doing to farmers is unjust & I am ending my life as a mark of protests against this unjust”
Om Shanti !! pic.twitter.com/fTIWjiOaNT
— Gaurav Pandhi (@GauravPandhi) December 16, 2020
नोएडा से दिल्ली आने वाली सड़क सिंघू बॉर्डर पर कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों में शामिल करनाल के एक सिख ग्रंथी संत राम सिंह जी सिंघरा ने आत्महत्या कर ली है. सिंघू बॉर्डर पर आत्महत्या करने वाले संत ने सुसाइड नोट भी छोड़ा है. मिली जानकारी के मुताबिक, करनाल से आए संत बाबा राम सिंह ने खुद को गोली मारकर खुदकुशी की है. सुसाइड नोट में चल रहे किसान आंदोलन के प्रति सरकार के रवैये को लेकर बात कही है.
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