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केंद्र के कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ किसानों का आंदोलन (Farmers Protest) सोमवार को भी जारी है. नवंबर महीने के अंत से दिल्ली के बॉर्डर पर डटे हज़ारों किसानों की एक दिन की भूख हड़ताल (Hunger Strike) शुरू हो गई है. किसान इस भूख हड़ताल के साथ-साथ देशभर के जिला मुख्यालयों का घेराव भी करेंगे. सरकार के साथ कई दौर की बातचीत के बावजूद, किसानों का कहना है कि जब तक नए कानूनों को वापस नहीं लिया जाता है, तब तक आंदोलन जारी रहेगा. वहीं, केंद्रीय मंत्री कैलाश शर्मा का कहना है कि किसानों के साथ अगले दौर की बातचीत की तैयारी हो रही है. इस मसले का हल बातचीत से ही निकलेगा.
किसान आंदोलन के चलते गाज़ियाबाद से दिल्ली आने वाले ट्रैफिक के लिए गाज़ीपुर बॉर्डर को बंद कर दिया गया है. दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने दिल्ली आने वालों के लिए DND, आनंद विहार, चिल्ला, अप्सरा और भोपरा बॉर्डर इस्तेमाल करने की सलाह जारी की है.
Ghazipur border is closed for visitors coming from Ghaziabad to Delhi resulting from farmers’ protests. People are suggested to take an alternate route for coming to Delhi through Anand Vihar, DND, Chilla, Apsara & Bhopra borders: Delhi Traffic Police
– ANI (@ANI) December 14, 2020
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, गाजीपुर बॉर्डर पर भारतीय किसान यूनियन के राकेश टिकैत समेत किसान नेता भूख हड़ताल पर बैठे हैं. यह भूख हड़ताल सुबह eight बजे से शाम 5 बजे तक होगी. गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन 17वें दिन में प्रवेश कर गया.
Delhi: Farmers’ leaders together with Rakesh Tikait of Bharatiya Kisan Union sit on a starvation strike from eight am-5 pm at Ghazipur (Delhi-UP border), the place the protest entered day 17 right this moment. pic.twitter.com/I2Zkdhxvav
– ANI (@ANI) December 14, 2020
एनडीटीवी के संवाददाता के मुताबिक, किसान आंदोलन के समर्थन में पंजाब से कांग्रेस के सांसद गुरजीत सिंह औजिला और जीरा से विधानसभा सदस्य कुलबीर सिंह जीरा पूरे दिन दिल्ली के जंतर मंतर पर भूख हड़ताल पर बैठेंगे.
समाचार एजेंसी भाषा की खबर के मुताबिक, कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों ने रविवार को जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के छात्रों के एक समूह को यूपी गेट (गाजियाबाद)-गाजीपुर (दिल्ली) सीमा पर अपने प्रदर्शन में शामिल होने से रोक दिया. पुलिस ने कहा कि लड़कियों समेत छह छात्रों का समूह गीत गाता और डफली बजाता हुआ किसानों को समर्थन देने आया था. जब किसान नेताओं ने प्रदर्शन स्थल पर छात्रों की मौजूदगी पर आपत्ति जतायी तो पुलिस ने उन्हें वापस भेज दिया.
कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर पिछले कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे किसानों (Farmers Protest) के समर्थन में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने भी रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. किसानों के प्रति अपना समर्थन जताते हुए केजरीवाल ने कहा, ‘किसानों ने कल एक दिन के उपवास का ऐलान किया है. उन्होंने पूरे देश से अपील की है कि उनके समर्थन में 1 दिन का उपवास रखें. मैं भी कल 1 दिन का उपवास रखूंगा.
भाषा की खबर के मुताबिक, केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन के बीच आरएसएस से संबद्ध संगठन स्वदेशी जागरण मंच (एसजेएम) ने खामियों को दूर करने के लिए कानून में कुछ संशोधन करने का रविवार को सुझाव दिया और जोर देकर कहा कि सरकार इन कानूनों को नेक नीयत से लाई है. एसजेएम द्वारा पारित एक प्रस्ताव के मुताबिक किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी दी जानी चाहिए तथा एमएसपी से नीचे खरीद को गैर कानूनी घोषित करना चाहिए.
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