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नई दिल्ली:
विपक्ष के नेताओं ने आज कृषि कानूनों (Farm Laws) को लेकर राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की. इन नेताओं में राहुल गांधी, शरद पवार, सीताराम येचुरी, डी राजा समेत कुछ अन्य नेता शामिल थे. राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा कि हमने सरकार से कहा कि इस बिल को वापस ले. यह बिल बिना बहस के पास हुआ. किसान (Farmer) से बात नहीं की गई. किसान का सरकार पर भरोसा नहीं है. किसान ने देश की नींव रखी है, वो दिन भर देश के लिए काम कर रहा है. अगर कानून किसान के हित मे है तो किसान सड़क पर क्यों खड़ा है. सरकार इस गलतफहमी में ना रहे कि किसान डर गया है.
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शरद पवार ने कहा कि हमने बिल को सलेक्ट कमेटी को भेजने को कहा था लेकिन बात नहीं मानी गई. सड़क पर किसान शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं. सरकार इस मामले को देखे. सीपीएम के नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि किसानों की हालत को देखते हुए सरकार कानून को वापस ले. राष्ट्रपति ने कहा है कि इस मामले को देखेंगे.
किसान आंदोलन को लेकर एनसीपी के अध्यक्ष और पूर्व कृषि मंत्री शरद पवार समेत पांच विपक्षी दलों के नेता राष्ट्रपति गए थे. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात करने वालों में कांग्रेस नेता राहुल गांधी, सीपीएम नेता सीताराम येचुरी, सीपीआई महासचिव डी राजा और डीएमके नेता टीके एस इलेनगोवन शामिल थे.
विपक्षी दलों के नेताओं ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को ज्ञापन सौंपा.
इन नेताओं ने शाम 5 बजे राष्ट्रपति से मुलाकात की. कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने किसानों के आंदोलन को अपना समर्थन दिया है और तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की है. इसी मांग को लेकर पांच विपक्षी दलों के नेताओं ने राष्ट्रपति से मुलाकात की.
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