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खतरा इसलिए ज़्यादा है क्योंकि राज्य की जेलों में कोरोना के 100 मामले सामने आ चुके हैं.
क्षमता से अधिक कैदी
एडीजी जेल पीवीके प्रसाद ने विधिक न्याययिक सेवा प्राधिकरण को पत्र लिखकर राज्य की जेलों से करीब एक हजार कैदियों को पैरोल पर 6 महीने के लिए घर भेजे को लेकर अनुमति मांगी है. एडीजी जेल प्रसाद ने न्यूज़ 18 को बताया कि राज्य की जेलों में आज भी क्षमता से अधिक कैदी हैं और इसकी वजह से सोशल डिस्टेंसिंग करना संभव नहीं हो पा रहा है.
विभाग ने 7 साल से कम अपराध वाले कैदियों को परोल पर छोड़े जाने के लिए एक लिस्ट तैयार भबी कर ली है. दरअसल खतरा इसलिए ज़्यादा है क्योंकि राज्य की जेलों में कोरोना के 100 मामले सामने आ चुके हैं. यहां जेलों में क्षमता से ज्यादा कैदियों को भी रखा गया है और इसलिए भीड़ है.
पहले भी 830 कैदी छोड़े गए परोल पर
प्रसाद कहते हैं कि जैसे ही प्राधिकरण से अप्रूवल मिल जाएगा कैदियों को 6 महीने के लिए परोल पर भेज दिया जाएगा. बता दें कि राज्य में 10 जेल ऐसी हैं जिनमें क्षमता से अधिक कैदी रखे गए हैं. राज्य की जेलों की कुल क्षमता 3800 कैदियों को रखने की है लेकिन मौजूदा स्थिति में इनमें 5000 से ज्यादा कैदी हैं.
कोरोना संक्रमण की शुरुआत में भी सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद राज्य से करीब 830 कैदियों को परोल पर छोड़ा गया था.
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