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इससे पहले जिले के कई अधिकारी और जनप्रतिनिधि के साथ ही कई व्यवसायी एवं चिकित्सक की कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण से मौत हो चुकी है.
योजना पदाधिकारी एवं पूर्व जिप चेयरमेन की भी हो चुकी है मौत
बता दें कि इससे पहले जिले के कई अधिकारी और जनप्रतिनिधि के साथ ही कई व्यवसायी एवं चिकित्सक की कोरोना वायरस के संक्रमण से मौत हो चुकी है. जुलाई की शुरुआत में जिला योजना पदाधिकारी संजय कुमार सिन्हा की मौत हो गई थी. जिले के प्रख्यात चिकित्सक अश्वनी नंदकुलयार और मगध डेयरी के एमडी अवधेश कुमार कर्ण की भी मौत कोरोना संक्रमण की वजह से हुई. दो दिन पहलेे जिला परिषद के पूर्व चेयरमैन और जदयू की एमएलसी मनोरमा देवी के पति बिंदी यादव भी कोरोना की वजह से अपनी जान गवां चुुकें हैं. इसके साथ ही कई प्रशासनिक अधिकारी, पुलिस पदाधिकारी, सिपाही, बैंककर्मी, चिकित्सक, स्वास्थ्यय कर्मी समेत सैकड़ों लोग अभी कोरोना से संक्रमित होकर आइसोलेशन वार्ड अथवा होम आइसोलेट हैं.
जिले में बढ़ायी जा रही है आइसोलेशन बेड की संख्याकेंद्रीय परिवार एवं स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल की अध्यक्षता में विशेष टीम ने पटना के साथ ही गया का दौरा कर कई निर्देश दिए थे जिसके बाद गया के एएनएमसीएच समेत अन्य अस्पतालों में कोरोना को लेकर सुविधाएं बढ़ाई जा रही है. एएनएमसीएच अस्पताल में कोविड-19 कंट्रोल रूम शुरू किया गया है जहां मरीज एवं उनके परिजन फोन 24 घंटे कॉल कर जरूरी सलाह ले सकते हैं. यहां डॉक्टरों के साथ ही निगरानी के लिए एक आईएएस और आईपीएस की तैनाती की गई है. एएनएमसीएच के साथ ही जिले के eight केंद्रों पर कोरोना का सैंपल लेकर जांच की जा रही है.
गया के जिलाधिकारी ने आम लोगों से की यह अपील
कंटेंटमेंट जोन में रैपिड एक्शन टीम घर घर जाकर सैंपल लेकर तुरंत जांच रिपोर्ट दे रही है. एनएमसीएच, जिला अस्पताल एवं अनुमंडल अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए बेडों की संख्या जा रही है. इसके साथ ही गया-डोभी रोड पर अवस्थित एम्स निजी अस्पताल को भी कोरोना मरीजों के लिए चिन्हित किया गया है. मगध प्रमंडल के आयुक्त असंगमा चुबा आओ और जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने आम लोगों से स्वास्थ्य विभाग की एडवाइजरी का पालन करने का आग्रह किया है और किसी भी तरह का लक्षण पाए जाने पर एएनएमसीएच और जिला के कंट्रोल रूम पर फोन कर सलाह लेने की अपील की है.
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