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इस सूटकेस Suitcase) में एक 23 से 24 वर्षीय युवती का शव था, जिसके शरीर पर चोट के निशान भी थे. शुरुआती जांच में यही लग रहा है कि युवती की हत्या कहीं और करने के बाद शव को यह फेंक दिया गया है.
वहीं, सूटकेस में किसी के शव मिलने की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे खुलवाया तो वहां मौजूद तमाम लोगों की आंखे फटी की फटी रह गईं. इस सूटकेस में एक 23 से 24 वर्षीय युवती का शव था, जिसके शरीर पर चोट के निशान भी थे. शुरुआती जांच में यही लग रहा है कि युवती की हत्या कहीं और करने के बाद शव को यह फेंक दिया गया है, क्योंकि जहां ये सूटकेस मिला है इसके ठीक बराबर से मुख्य सड़क गुजरती है. मौके पर पहुंची पुलिस ने पंचनामा भर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. मगर इससे पहले भी गाजियाबाद में इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं. इससे ऐसा लग रहा है कि गाजियाबाद धीरे- धीरे शवों का डम्पिंग ग्राउंड बनता जा रहा है.
पत्रकार विक्रम जोशी को गोली मार दी थी
बता दें कि पिछले हफ्ते दिल्ली से सटे यूपी के गाजियाबाद में स्थित विजयनगर इलाके में कुछ अज्ञात बदमाशों ने पत्रकार विक्रम जोशी को उनकी बेटियों के सामने गोली मार दी. इलाज के दौरान अस्पताल में उनकी मौत हो गई थी. पिता को घायल देख बेटी मदद की गुहार लगाती रही, लेकिन मदद नहीं मिली. यह पूरी वारदात सीसीटीवी में कैद हो गई थी. इस मामले में अब तक 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इसके साथ ही प्रताप विहार के चौकी इंचार्ज को निलंबित कर दिया गया था.विक्रम जोशी की यशोदा अस्पताल मौत हो गई थी
तब बताया जा रहा है कि कुछ दिन पहले भी विक्रम जोशी ने थाना विजय नगर में एक तहरीर दी थी, जिसमें उन्होंने बताया था कि कुछ लड़के उनकी रिश्तेदार के साथ छेड़खानी करते हैं. इसका उन्होंने विरोध भी किया था, तहरीर देने से नाराज बदमाशों ने विक्रम को गोली मार दी. विक्रम के सिर में गोली लगी थी, लेकिन इलाज के दौरान उनकी यशोदा अस्पताल मौत हो गई थी.
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