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मृतक के पिता का कहना है कि सरकार ने जो पांच लाख रुपये दिये है उसकी हमें जरूरत नहीं है, पैसों से मेरा बच्चा वापस नहीं मिलेगा लेकिन दोषियों और साजिशकर्ताओं को फांसी की सजा दी जाए.
रक्षा बंधन की तैयारियां कर रही थीं बहनें
बता दें कि पिपराइच थाना क्षेत्र के जंगल छत्रधारी के रहने वाले 14 साल के किशोर बलराम का अपहरण कर हत्या कर दी गयी. पांच बहनों में इकलौते भाई की हत्या पर बहनों का रो-रोकर बुरा हाल है. बहने बार-बार कह रही हैं कि रक्षा बंधन का त्योहार आने वाला है हम लोगों ने भाई के लिए नया कपड़ा खरीदा था. उसके लिए ऊं लिखा ब्रेसलेट भी लाये थे. भाई ने कहा था कि रक्षाबंधन पर पहनाना. इन बहनों की सरकार से मांग है कि हत्यारों को जल्द से जल्द फांसी की सजा दी जाए. उन्होंने कहा अगर सरकार उन्हे फांसी पर न लटका पाये तो उनके हवाले कर दे वो उन्हें उनके किए की सजा दे देंगी. मृतक के पिता का कहना है कि सरकार ने जो पांच लाख रुपये दिये है उसकी हमें जरूरत नहीं है, पैसों से मेरा बच्चा वापस नहीं मिलेगा लेकिन दोषियों और साजिशकर्ताओं को फांसी की सजा दी जाए. पीड़ित परिवार का कहना है कि अगर पुलिस ने समय से कार्रवाई की होती तो उनका बच्चा आज जिंदा होता.
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वहीं जिला मुख्यालय से मात्र 20 किमी दूर स्थित पीड़ित के घर तक डीएम और एसएसपी 36 घंटे के बाद पहुंचे, मंगलवार दोपहर में डीएम और एसएसपी ने पीड़ित परिजनों से मुलाकात की और स्थानीय विधायक की मौजूदगी में पांच लाख रुपये का चेक सौंपा. बता दें कि इस मामले पर सीएम योगी ने अपराधियों पर रासुका के तहत कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. जब एसएसपी से News 18 संवाददाता ने मामले के बारे में और पुलिस की लापरवाही पर सवाल किए तो वो इस मामले के खुलासे पर अपनी पीठ थपथपाते नजर आये. उनका कहना था कि पुलिस ने रिकार्ड समय में आरोपियों को गिरफ्तार करके मामले का खुलासा किया. जब उनसे लापरवाह पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा एक दारोगा और दो सिपाहियों को सस्पेंड किया गया है. जांच की जा रही है.
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