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पूर्णिया के कसवा के रहनेवाले रवि भूषण ने कहा कि फिल्म इंडस्ट्री में बिहार के कलाकारों को काफी कुछ झेलना पड़ता है. कुछ लोग तो झेल लेते हैं, लेकिन कुछ लोग सुशांत सिंह राजपूत की तरह झेल नहीं पाते.
बिहार के उभरते कलाकारों के आदर्श थे सुशांत
पूर्णिया (Purnia) के कसवा के रहनेवाले रवि भूषण ने अबतक राष्ट्रीय अवार्ड (National Award) से पुरष्कृत फिल्म पान सिंह तोमर (Paan Singh Tomar) के अलावा करीब 20 फिल्मों में काम किया है. इन दिनों रवि भूषण पूर्णिया आए हुए हैं. पूर्णिया संवाददाता कुमार प्रवीण से खास बातचीत में रवि भूषण ने फिल्म इंडस्ट्री के कई अनछुए पहलुओं पर से पर्दा उठाया है. उन्होंने कहा कि फिल्म इंडस्ट्री में बिहार के कलाकारों को काफी कुछ झेलना पड़ता है. कुछ लोग तो झेल लेते हैं, लेकिन कुछ लोग सुशांत सिंह राजपूत की तरह झेल नहीं पाते. उन्होंने कहा कि सुशांत सिंह राजपूत भी पूर्णिया के थे और वे इंडस्ट्री में काम करनेवाले बिहार के उभरते कलाकारों के लिए आदर्श थे.
प्रतिभा हो तभी सरवाइव कर पाएंगे बॉलिवुड मेंफिल्मी दुनिया में नेपोटिज्म के सवाल पर रवि भूषण ने कहा कि नेपोटिज्म हर जगह हावी है और वे इसे गलत भी नहीं मानते हैं. रवि भूषण ने कहा कि डॉक्टर का बेटा डॉक्टर ही बनता है. एक्टर का बेटा एक्टर बने तो इसमें क्या बुराई. उन्होंने कहा कि आप में प्रतिभा होगी तभी आप फिल्म नगरी में सरवाइव कर पाएंगे. उन्होंने कहा कि फिल्म इंडस्ट्री में सरवाइव करने के लिए कोई वरदहस्त होना चाहिए. अगर आप के सिर पर किसी का हाथ नहीं है, तो आपको काफी परेशानी झेलनी पड़ेगी. इसी का फलाफल वे भी आजतक झेल रहे हैं. लेकिन कुछ लोग इसे झेल नहीं पाते हैं.
आज रिलीज हो रही है रवि की फिल्म ‘रात अकेली है’
अपनी फिल्मों के बाबत रवि भूषण ने कहा कि चर्चित फिल्म पान सिंह तोमर उनकी पहली फिल्म थी. इसके अलावा उन्होंने दबंग 2, फोर्स समेत कई चर्चित फिल्मों में काम किया है. उनकी एक फिल्म ‘रात अकेली है’ आज रिलीज होनेवाली है. रवि भूषण ने कहा कि सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले को कुछ लोग अलग सिनेरियो देना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि सुशांत सिंह की मौत मिस्ट्री के पीछे क्या राज है, यह जल्द सबके सामने आना चाहिए.
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