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एक साल की प्रकिया के बाद नीरज गिरी (Neeraj Giri) को जुलाई के प्रथम सप्ताह में चांद पर एक एकड़ जमीन की रजिस्ट्री की डीड मिली है. इस डीड के मिलने के बाद से वह काफी उत्साहित हैं.
जमीन की खरीद-बिक्री का नीरज को है शौक
नीरज के चांद पर जमीन खरीदने की चर्चा इस इलाके में जोर-शोर से हो रही है. बता दें कि बोधगया के छोटे से गांव बतसपुर के रहने वाले युवा प्रॉपर्टी डीलर नीरज गिरी को कम उम्र से ही जमीन की खरीद-बिक्री का शौक रहा है और अब उनका दावा है कि अपने शौक को पूरा करने के लिए उन्होंने चांद पर भी एक एकड़ जमीन की रजिस्ट्री करवा ली है. न्यूज 18 से बात करते हुए नीरज गिरी प्रेमिका के लिए चांद तोड़ लाने की कहावत को याद करते हुए कहते हैं कि वे अपनी प्रेमिका या होने वाली पत्नी को चांद तोड़कर तो नहीं ला सकते हैं पर उसे यह यकीन जरूर दिला सकते हैं कि जिस चांद को देखकर प्रेमी-प्रेमिका सात जन्मों तक साथ रहने की कसमें खाते हैं. उस चांद पर उनकी भी प्रापर्टी है.
शाहरूख और सुशांत के नाम पर भी है चांद पर जमीनकरीब एक साल की प्रकिया के बाद नीरज को जुलाई के प्रथम सप्ताह में चांद पर एक एकड़ जमीन की रजिस्ट्री की डीड मिली है. इस डीड के मिलने के बाद से नीरज काफी उत्साहित हैं. शाहरूख खान और हाल ही में दिवगंत हुए अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के नाम से भी चांद पर जमीन की रजिस्ट्री करवायी गयी है. जानकारी के मुताबिक शाहरूख खान को यह जमीन उनके एक फैन ने खरीदकर उनके जन्मदिन के मौके पर गिफ्ट की थी.
इंटरनेशनल लूनर लैंड्स रजिस्ट्री से खरीदी जमीन
नीरज बताते हैं कि दरअसल चांद पर जमीन की बिक्री का काम भूमि इंटरनेशनल लूनर लैंड्स रजिस्ट्री (International Lunar Lands Registry) नामक वेबसाईट के जरिये होता है. चांद पर जमीन की रजिस्ट्री कराने वाले बोधगया के नीरज गिरी ने बताया कि जमीन की कीमत कम है पर इसकी प्रकिया काफी जटिल है. उन्होंने 2019 में जमीन खरीदने की प्रकिया शुरू की थी और जुलाई के प्रथम सप्ताह में उसे रजिस्ट्री की डीड मिली है.
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चांद पर जमीन खरीदने का क्या है मतलब
दरअसल चांद पर जमीन खरीदने वाला शख्स न तो चांद पर जा सकता है और न ही वहां रह सकता है पर वह अपना दिल बहलाने के लिए यह खरीददारी करता है. यही वजह है कि भारत में चांद पर जमीन की खरीददारी करने वाले गिने-चुने लोग ही हैं. भारत में इस काम को गैर-कानूनी भी माना जाता है क्योंकि भारत ने 1967 में 104 देशों के साथ एक संधि पर हस्ताक्षर किया है जिसमें चांद, तारे एवं अंतरिक्ष किसी एक देश की संपत्ति नहीं है और कोई भी इस पर दावा नहीं कर सकता है.
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