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नई दिल्ली:
उत्तर प्रदेश सरकार के मिशन शक्ति अभियान के तहत पूरे प्रदेश के पांच लाख 68 हजार शिक्षक छात्र-छात्राओं को सप्ताह में तीन दिन एक घंटे तक शिक्षा, सुरक्षा एवं संरक्षा का पाठ पढ़ा रहे हैं. छात्राओं की जागरूकता के लिए मिशन प्ररेणा की वेबसाइट से शिक्षकों को विडियोज व अन्य सामग्री भी उपलब्ध कराई जा रही है. मिशन शक्ति अभियान के तहत अब तक 6 लाख 71 हजार 236 छात्र-छात्राओं को जागरूक किया जा चुका है.
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मिशन शक्ति अभियान के तहत छात्र-छात्राओं के साथ उनके अभिभावकों को भी जागरूक किया जा रहा है. रोजाना दस-दस अभिभावकों को स्कूल बुलाकर अरमान माडयूल की मदद से मेरे बच्चे मेरे सपने, क्यों करें इम इनमें अंतर, हमारी जिम्मेदारी, चलो हम भी जाने, बंद करों अब अत्याचार से मुददों पर चर्चा कर उनको बाल अधिकारों के बारे में जागरूक किया जा रहा है. इसके अलावा अभिभावकों को बाल विवाह, बालश्रम, दहेज प्रथा जैसी कुप्रथाओं के बारे में जानकारी दी जा रही है.
खेल विभाग में आयोजित हुए शिविर
उत्तर प्रदेश सरकार के मिशन शक्ति अभियान के तहत खेल विभाग ने महिला खिलाडि़यों को अपनी खेल विधाओं के साथ आत्मरक्षा के गुर भी सीखा रहा है. खेल विभाग की ओर से 31 खेलों के प्रशिक्षण शिविर में मिशन शक्ति अभियान के तहत आत्मरक्षार्थ ताइक्वांडो, जूडो, वुशू एवं कराटे की ट्रेनिंग दी गई.
निदेशक खेल डॉ आरपी सिंह के मुताबिक मिशन शक्ति अभियान के तहत महिला व पुरूष दोनों ही खिलाडि़यों को महिला सम्मान के प्रति जागरूक किया जा रहा है. महिला खिलाडि़यों को आत्मरक्षा के गुर सिखाने के लिए विशेष प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि अब तक पूरे उत्तर प्रदेश में अब तक कुल 522 प्रशिक्षण शिविर आयोजित हुए हैं. इसमें 109 महिला प्रशिक्षक बालिकाओं को ट्रेनिंग दे रही हैं.
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