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पंडित त्रिपति त्रिपाठी के अनुसार, सुबह 09:28 बजे तक भद्रा रहेगी. इसके बाद से बहनें सुविधानुसार श्रेष्ठ मुहूर्त (auspicious time) में भाइयों की कलाइयों पर राखी बांध सकेंगी.
भाई का मुंह हो पूर्व दिशा की ओर
रक्षा सूत्र बांधते समय भाई को पूर्व दिशा की ओर बैठाएं. अगर पीढ़ा आम की लकड़ी का बना हो तो सर्वश्रेष्ठ है. भाई को तिलक लगाते समय बहन का मुंह पश्चिम दिशा की ओर होना चाहिए. इसके बाद भाई के माथे पर टीका लगाकर दाहिने हाथ पर रक्षा सूत्र बांधें. राखी बांधने के बाद भाई की आरती उतारें. उसको मिठाई खिलाएं.
यह दिन नामकरण, व्यापार, वाहन क्रय के लिए अच्छाइस दिन सुबह 9 :30 से 10:30 बजे तक शुभ, दोपहर 1:30 से three बजे तक चर, दोपहर three से 4:30 बजे तक लाभ, शाम 4:30 से 6 बजे तक अमृत और शाम 6 से 7:30 बजे तक चर का चौघड़िया बताया जा रहा है. सोमवार के दिन रक्षाबंधन होने से अन्न और धनधान्य के लिए अच्छे अवसर रहेंगे.
पूर्णिमा मुहूर्त 2020
पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 2 अगस्त की रात्रि 08:36 से शुरू हो जाएगी. पंडितों के मुताबिक, पूर्णिमा तिथि की समाप्ति three अगस्त की रात्रि 08:29 पर हो रहा है.
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