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डेट नहीं बताएंगे कहकर उड़ाते थे मजाक
विहिप कार्याध्यक्ष ने कहा कि पहले हमारा इस नारे से मजाक उड़ाया जाता था कि रामलला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे लेकिन डेट नहीं बताएंगे. अब हम डेट बता रहे हैं. 5 अगस्त को मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा. उन्होंने कहा कि ये अशोक सिंहल जी का आत्मविश्वास था कि 1989 में शिलान्यास के बाद ही मंदिर निर्माण के लिए कार्यशाला बन गई थी और काम शुरू हो गया था. वे कहते थे काम शुरू करो मंदिर तो बन ही जाएगा.
कम से कम लोग अयोध्या पहुंचेंविहिप कार्याध्यक्ष ने कहा कि विश्व हिन्दू परिषद ने लोगों से आह्वान करता है कि कम से कम लोग अयोध्या पहुंचे. घरों में या फिर मंदिर में सोशल डिस्टेंस का ख्याल करते हुए 5 अगस्त को सुबह 10 बजे से भजन-कीर्तन करें. 5 दीपक जलाएं और रामत्व को जगाएं.
कांग्रेस ने हमेशा राम मंदिर का विरोध किया
उन्होंने दिग्विजय सिंह के ट्वीट पर सवाल करते हुए कहा कि 1989 में जब शिलान्यास हुआ, राजीव गांधी की इच्छा थी तो फिर 31 साल क्यों लग गए? उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस ने हमेशा राममंदिर का विरोध किया है. उन्होंने कहा कि राममंदिर निर्माण तो शुरुआत है, हम अब रामत्व जगाने में जुटेंगे. एक लाख से ज्यादा गांवों में हमारे एकल विद्यालय चल रहे हैं. हमारी कोशिश है कि अनुसूचित जाति और जनजाति के बीच शिक्षा का प्रसार हो और उन्हें स्किल्ड बनाया जा सके.
राम मंदिर निर्माण तक विहिप ऊंच-नीच, जात-पात खत्म करेगा
जब तक राममंदिर का निर्माण होगा, तब तक विश्व हिन्दू परिषद इतना काम करेगा, जिससे ऊंच-नीच, जात-पात की भावना खत्म हो जाए. गौ पर आधारित अर्थव्यवस्था होगी, सबलोग सुखी होंगे. उन्होंने कहा कि जिस तरह भगवान श्रीराम ने शबरी के घर जाकर जाति व्यवस्था को दरकिनार किया था. जिस तरह से उन्होंने आदिवासियों की रक्षा की थी उसी तरह से आदिवासियों के लिए हम काम करेंगे. विहिप इसके लिए सरकार का मुंह नहीं देखेगी बल्कि समाज के सहयोग से तीन साल में बदलाव ला देगी. उन्होंने कहा कि तीन साल में राममंदिर भी इतना बन जाएगा कि लोग दर्शन के लिए पहुंचने लगेंगे.
कोरोना के चलते ही मात्र 150 लोगों को बुलाया जा रहा
विहिप कार्याध्यक्ष ने कहा कि कोरोना के चलते मात्र 150 लोगों को बुलाया जा रहा है, जिसमें सभी धर्म और जाति के लोग हैं. हमने अलग-अलग तीर्थस्थलों से मिट्टी और जल मंगाया है. सबका सम्मान किया जा रहा है. वे जरूर चाहेंगे कि लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी जैसे बुजुर्ग लोग भी पहुंचे. अगर स्वास्थ्य कारणों से नहीं आ पाएं तो वीडियो कांफ्रेसिंग से ही जुड़ें लेकिन जुड़ें. उमा भारती के ट्वीट को लेकर विहिप कार्याध्यक्ष ने कहा कि उनके स्वास्थ्य का ख्याल रखा जाएगा, वो भी जरूर पहुंचें.
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