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मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) में गंडक, बूढ़ी गंडक, बागमती नदी की बाढ़ की वजह से जिले के 13 प्रखंडों के 203 पंचायत की करीब 12 लाख की आबादी प्रभावित हुई है.
12 लाख की आबादी प्रभावित
मुजफ्फरपुर में गंडक, बूढ़ी गंडक, बागमती नदी की बाढ़ की वजह से जिले के 13 प्रखंडों के 203 पंचायत की करीब 12 लाख की आबादी प्रभावित हुई है. इसमें से दो प्रखंड औराई और गायघाट पूरी तरह बाढ़ की चपेट में है. औराई और गायघाट में बागमती नदी के बाढ़ का पानी घरों तक पहुंचा है. लोगों को आवागमन से लेकर खाने पीने की समस्या हो रही है. जबकि बूढ़ी गंडक नदी का पानी रोजाना नए नए इलाकों में फैलता ही जा रहा है.
बांधों पर बना है दबावनदियों के बढ़ते जलस्तर को लेकर बूढ़ी गंडक नदी में कई जगहों पर पानी का दबाव बढ़ता जा रहा है. मोतीपुर और कांटी इलाके के अलावा मुसहरी और मीनापुर क्षेत्र में भी बूढ़ी गंडक नदी के बांध पर दबाव बना हुआ है. पानी के बढ़ते दबाव को देखते हुए जल संसाधन विभाग ने मोतीपुर में बांध की मरम्मती का काम तेज कर दिया है. जल संसाधन विभाग ने कमजोर तटबंध के पास रेत भरे बोरे को जमा करना शुरू कर दिया है.
शुरू किया गया राहत कार्य
नदियों के लगातार बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन ने राहत कार्य तेज कर दिया है. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सामुदायिक किचन चलाकर दो वक्त का भोजन बाढ़ पीड़ितों को उपलब्ध कराया जा रहा है. साथ ही आवागमन के लिए सरकारी नाव के अलावा निजी नाव को भी उतारा गया है. जिले की बड़ी आबादी नाव से आवागमन को मजबूर है. कटरा प्रखंड मुख्यालय का जिला मुख्यालय से संपर्क भी भंग हो गया है.
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