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Vikas Dubey Killed: 2/three जुलाई की रात कानपुर (Kanpur) के विखरू गांव में हुए इस जघन्य हत्याकांड ने पूरी यूपी सरकार को हिलाकर रख दिया था. विकास दुबे के इस दुस्साहस से सभी भौंचक्के रह गए थे.
2/three जुलाई की रात विखरू गांव में हुए इस जघन्य हत्याकांड ने पूरी यूपी सरकार को हिलाकर रख दिया था. विकास दुबे के इस दुस्साहस से सभी भौंचक्के रह गए थे. छह दिन तक यूपी पुलिस ने प्रदेश के साथ ही नेपाल, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान की खाक छानी और आखिरकार मध्य प्रदेश में विकास दुबे मिला.
इस सर्च अभियान के दौरान यूपी पुलिस ने ताबड़तोड़ एनकाउंटर भी किए, जिसमें विकास दुबे के 5 साथी मार गिराए गए. यही नहीं उसके कई साथियों को गिरफ्तार भी किया गया. अभी भी पुलिस को विकास दुबे के अन्य साथियों की तलाश है. वहीं, घटना के बाद पुलिस से लूटी गई three पिस्टल तो यूपी पुलिस अब तक बरामद कर चुकी है, लेकिन एके-47 और एक इंसास रायफल की खोज जारी है.
पुलिसकर्मियों का अपराध से गठजोड़ उजागरवैसे इस पूरे कांड ने अपराधियों के साथ राजनेताओं और पुलिसकर्मियों के गठजोड़ को भी उजागर किया. मामले में एक एसओ और एक चौकी प्रभारी गिरफ्तार हैं. वहीं, दर्जनों पुलिसकर्मी लाइन हाजिर किए गए हैं. पूरा चौबेपुर थाना बदला जा चुका है.
कानपुर शूटआउट केस में कब क्या-क्या हुआ?
2 जुलाई: विकास दुबे को गिरफ्तार करने three थानों की पुलिस ने बिकरू गांव में दबिश दी, विकास की गैंग ने eight पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी. 6 पुलिसकर्मी घायल हो गए, 1 अन्य शख्स भी घायल हुआ.
three जुलाई: पुलिस ने सुबह 7 बजे विकास के मामा प्रेमप्रकाश पांडे और सहयोगी अतुल दुबे को एनकाउंटर में मार गिराया. पूरे केस में 20-22 नामजद समेत 60 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई. विकास पर 2.5 लाख, अमर पर 25 हजार और दूसरे लोगों पर 18-18 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया.
5 जुलाई: पुलिस ने विकास के नौकर और खास सहयोगी दयाशंकर उर्फ कल्लू अग्निहोत्री को घेर लिया. पुलिस की गोली लगने से दयाशंकर जख्मी हो गया. उसने खुलासा किया कि विकास ने पहले से प्लानिंग कर पुलिसकर्मियों पर हमला किया था.
6 जुलाई: पुलिस ने अमर की मां क्षमा दुबे और दयाशंकर की पत्नी रेखा समेत three को गिरफ्तार किया. शूटआउट की घटना के वक्त पुलिस ने बदमाशों से बचने के लिए क्षमा दुबे का दरवाजा खटखटाया था, लेकिन क्षमा ने मदद करने की बजाय बदमाशों को पुलिस की लोकेशन बता दी. रेखा भी बदमाशों की मदद कर रही थी.
7 जुलाई: फरीदाबाद में विकास दुबे का सीसीटीवी फुटेज सामने आया. इसमें वह ऑटो पकड़ता दिखा. उसकी three सहयोगियों को फरीदाबाद से गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार होने वालों में कार्तिकेय उर्फ प्रभात, अंकुर, और अंकुर के पिता श्रवण के नाम शामिल हैं. चौबेपुर थाने में तैनात सभी पुलिसकर्मियों को लाइनहाजिर किया गया, उनकी मोबाइल कॉल डिटेल की भी जांच शुरू.
eight जुलाई: एसटीएफ ने विकास के करीबी अमर दुबे को मार गिराया. विकास दुबे पर इनाम की राशि बढ़ाकर 5 लाख की गई. विकास दुबे गैंग का मेम्बर श्यामू बाजपेयी एनकाउंटर में गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने 25 हजार का इनाम घोषित कर रखा था. मुखबिरी के आरोप में चौबेपुर के एसओ विनय तिवारी और चौकी प्रभारी केके शर्मा निलंबित किए गए. पूरे चौबेपुर थाने को बदला गया, यहां 55 नए पुलिसकर्मी तैनात किए गए.
9 जुलाई: विकास दुबे के दो साथी प्रभात मिश्रा और बव्वन पुलिस मुठभेड़ में ढेर. प्रभात मिश्रा को पुलिस ने फरीदाबाद से पकड़ा था वो भागने की कोशिश में मारा गया. इटावा में पुलिस ने प्रवीण उर्फ़ बव्वन दुबे को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया. उज्जैन में विकास दुबे ने किया सरेंडर.
देर रात विकास दुबे को एमपी पुलिस ने यूपी एसटीएफ को हैंडओवर किया. देर रात यूपी एसटीएफ विकास को लेकर उज्जैन से कानपुर के लिए three गाड़ियों से निकली.
10 जुलाई: कानपुर में बर्रा थाना क्षेत्र में अचानक एसटीएफ के काफिले की एक गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हुई. विकास दुबे ने पुलिसकर्मी की पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की, पुलिस पर गोलियां चलाईं. पुलिस ने जवाबी फायरिंग की, विकास को गोली लगी. four सिपाही भी घायल.
अस्पताल में डॉक्टरों ने विकास दुबे को मृत घोषित किया.
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