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इसी बीच, देश में कोरोना वायरस (Corona Virus) का संकट विकराल होता चला गया और राम मंदिर के निर्माण कार्य में भी रुकावट का दौर आया. लॉकडाउन (Lockdown) से उबरकर अनलॉक की तरफ बढ़ रहे भारत में एक तरफ अब मंदिर के निर्माण को गति देने के लिए शिलान्यास कार्यक्रम किया गया तो दूसरी तरफ देश में संक्रमण के मामले भी तेज़ी से बढ़ रहे हैं. ऐसे में सवाल यही है कि राम मंदिर का निर्माण कब तक और कैसे पूरा होगा.
कैसा है राम मंदिर का नया मॉडल?
राम मंदिर के पुराने मॉडल के मुकाबले नए मॉडल में आकार, ऊंचाई, क्षेत्रफल और बुनियादी संरचना में कई तरह के बदलाव कर दिए गए हैं. आर्किटेक्ट निखिल सोमपुरा ने जो नया डिज़ाइन तैयार किया है उसके मुताबिक मंदिर के शिखर की ऊंचाई बढ़ाकर 161 फीट कर दी गई है. मंदिर की ऊंचाई 33 फीट और बढ़ा दी गई है और धरातल का आकार भी.
कुछ इस तरह का हो सकता है राम मंदिर. अयोध्या के प्रस्तावित मंदिर की ऐसी प्रतीकात्मक तस्वीरें सामने आ रही हैं.
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नए मॉडल के मुताबिक मंदिर के गुम्बदों की संख्या से three से 5 कर दी गई है. इसके अलावा अब मंदिर में एक और मंज़िल बढ़ा दी गई है यानी अब मंदिर तिमंज़िला होगा. पूरे मंदिर में कुल 318 स्तंभ होंगे और प्रत्येक तल पर 106 स्तंभ होंगे.
श्रद्धालुओं के विचरण और कार्यक्रमों के लिए स्थान
भव्य राम मंदिर के डिज़ाइन के मुताबिक खबरों की मानें तो जहां रामलला का गर्भगृह बनेगा, उसके ऊपर के हिस्से को ही मंदिर का शिखर बनाया जाएगा. गुंबदों के नीचे मंदिर में चार हिस्से होंगे. गर्भगृह के अलावा यहां सिंहद्वार, नृत्य मंडप और रंग मंडप बनाए जाएंगे. यहां श्रद्धालुओं के बैठने, विचरण करने और विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन के लिए सुविधाएं होंगी.
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कब तक बनकर तैयार होगा मंदिर?
बहुप्रतीक्षित राम मंदिर को बनकर तैयार होने में करीब three से साढ़े तीन साल का समय लगेगा. हालांकि यह एक टेंटेटिव टाइमलाइन है. अगर मंदिर के डिज़ाइन में निकट भविष्य में फिर बदलाव होता है, महामारी के दुष्प्रभाव ज़्यादा बढ़ जाते हैं या सीमा पर युद्ध की स्थिति बनती है, तो किसी स्तर पर निर्माण कार्य में रुकावट संभव है.
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और क्या होगा मंदिर का बजट?
अयोध्या के राम मंदिर के प्रमुख शिल्पकार चंद्रकांत सोमपुरा के मुताबिक मंदिर निर्माण में कम से कम 100 करोड़ रुपये की लागत आएगी. हालांकि अब भी इस बारे में कुछ तय नहीं हो सका है. अगर समयसीमा तय होगी, या बढ़ेगी और ज़्यादा संसाधन चाहिए होंगे तो बजट बढ़ भी सकता है.
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