[ad_1]
इन कैदियों पर कड़ी नजर के लिए अस्पताल में 30 कांस्टेबल, एक कम्पनी पीएसी, दो दरोगा, एक इंस्पेक्टर को तैनात किया है जो 24 घण्टे अस्पताल की निगरानी करेंगे. इसके साथ ही एक QRT टीम जिसमें 5 पुलिसकर्मी जो कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए हर प्रकार के उपकरण से लैस होंगे मौजूद रहेंगे. इतना ही नहीं SDRF की टीम भी इन पर नजर रख रही है.
भारी-भरकम टीम करेगी हॉस्पिटल की निगरानी
बता दें कि देहरादून की सुद्दोवाला जेल में कोरोना वायरस का संक्रमण बेहद तेजी से फैल चुका है. 66 कैदियों को दून अस्पताल में भर्ती करना पड़ा है लेकिन इस वजह से पुलिस की चुनौतियां भी बढ़ गई हैं. कैदियों के इलाज के साथ-साथ ये भाग न सकें इसके लिए भी पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं. डीआईजी अरुण मोहन ने अस्पताल प्रशासन को निर्देशित किया है कि जिन वार्डों में कैदियों को रखा गया है उन वार्डों में सीसीटीवी कैमरे लगवाए जाएं. साथ ही इन वार्डों के खिड़कियों और दरवाजों की मरम्मत भी सही से की जाए, जिससे कोई भी संक्रमित कैदी अस्पताल से फरार न हो सके.
इन कैदियों पर कड़ी नजर के लिए DIG के निर्देश पर दून अस्पताल में 30 कांस्टेबल, एक कम्पनी पीएसी, दो दरोगा के साथ एक इंस्पेक्टर को तैनात किया है जो 24 घण्टे अस्पताल की निगरानी करेंगे. इसके साथ ही एक QRT टीम जिसमें 5 पुलिसकर्मी जो कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए हर प्रकार के उपकरण से लैस होंगे मौजूद रहेंगे. इतना ही नहीं SDRF की टीम भी इन पर नजर रख रही है. डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने के साथ ही अस्पताल प्रबंधन को भी सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं.ये भी पढ़ें- Opinion: नकुल नाथ की दावेदारी से कमलनाथ की राह आसान हो पाएगी या बढ़ेगी चुनौती ?
नए कैदियों के लिए अलग अस्थाई जेल बनाई जा रही है
बता दें कि देहरादून के सुद्दोवाला जेल से कुछ दिन पहले एक कैदी की तबियत बिगड़ने के बाद उसे एम्स अस्पताल भेजा गया था. फिर कुछ दिनों के बाद कैदी को दोबारा एम्स अस्पताल भेज गया जहां कैदी में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई. जिसके बाद उस कैदी के बैरक में स्थित सभी कैदियों का कोरोना टेस्ट करवाया गया. जिसमें से अभी तक 66 कैदियों को कोरोना पॉजिटिव पाया गया. जिसके बाद इन सभी मरीजों को दून अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया है. साथ ही जेल में लगातार सेनेटाइज का काम चल रहा है और नए कैदियों के लिए अब अस्थायी जेल बनाने की तैयारियां चल रहे हैं. ये अस्थाई जेल महिला पॉलिटेक्निक में बनाने की तैयारी है.
[ad_2]
Source