[ad_1]
महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) के द्वारा CBI जांच न करने के बाद विपक्ष के साथ-साथ कांग्रेस (Congress) के नेताओं ने भी अपनी ही सरकार पर सवाल खड़े करने शुरू कर दिए हैं.
मांझी के निशाने पर महाराष्ट्र के गृह मंत्री
महाराष्ट्र सरकार के स्टैंड पर अगला हमला हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने बोला. महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख पर तीखा हमला करते हुए मांझी ने दोषियों को बचाने का आरोप लगाया. मांझी ने कहा कि अगर CBI जांच से सरकार भागती है इसका मतलब दोषियों को बचा रही है. सिनेमा जगत में बड़ा नेक्सेस ही जिसे खत्म किया जाना चाहिए. ये तभी होगा जब मामले की जांच CBI करेगी.
केंद्रीय मंत्री आर के सिंह ने कही ये बातसुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या मामले को लेकर केंद्रीय मंत्री आर के सिंह ने न्यूज़ 18 से कहा कि सुशांत की आत्महत्या के मामले की जांच मुंबई पुलिस कर रही है. सुशांत सिंह राजपूत के परिवार के साथ हमारी संवेदना है, वह हमारे क्षेत्र से भी आते हैं. साथ ही कहा कि उनके परिवार को जांच के लिए कोर्ट से मॉनिटरिंग कमेटी की मांग करनी चाहिए. इतने दिनों के बाद भी मुंबई पुलिस अभी सही तरीके से जांच नहीं की है.
जदयू-भाजपा ने बोला कांग्रेस पर हमला
जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने भी सवाल खड़े करते हुए कहा कि परिवार अगर जांच से संतुष्ट नहीं है तो मामले को उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए. सुशांत के मामले में हर सच्चाई सामने आना जरूरी है. वहीं भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द कुमार सिंह ने कहा है कि कांग्रेस सुशांत सिंह राजपूत के केस को सीबीआई जांच के लिए सौंपने की मांग कर रही है और महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे जी का सरकार कांग्रेस के समर्थन से चल रही है. उन्होंने कहा की कांग्रेस के दोगली नीति समझ में नहीं आ रही है.
बिहार कांग्रेस नेताओं के सामने असमंजस
महाराष्ट्र के गृह मंत्री के द्वारा सीबीआई जांच न करने के बाद विपक्ष के साथ-साथ कांग्रेस के नेताओं ने भी अपने ही सरकार पर सवाल खड़े करने शुरू कर दिए हैं. कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा सुशांत सिंह राजपूत के मामले में अब तक हुई जांच से परिवार और उनके चाहने वाले संतुष्ट नहीं हैं. अगर परिवार चाहती है कि सीबीआई जांच करें तो फिर सीबीआई को जांच सौंप देना चाहिए. कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने भी सवाल खड़े करते हुए कहा कि महाराष्ट्र सरकार को एक बार फिर सीबीआई जांच को लेकर सोचना चाहिए और अपने फैसले को पलटते हुए जांच सीबीआई को सौंप देना चाहिए
[ad_2]
Source