[ad_1]
Vikas Dubey Encounter: आईपीएस (IPS) अमिताभ ठाकुर ने ट्वीट करके सवाल पूछा है कि इतनी हड़बड़ी क्या थी, किसे बचाया जा रहा है. वहीं, अखिलेश से लेकर कांग्रेस के शीर्ष नेताओं तक ने योगी सरकार को घेरा है.
अखिलेश यादव ने ट्वीट करके कहा है कि यह कार पलटी नहीं है, बल्कि राज खुलने से सरकार पलटने से बचाई गई है. उमर अब्दुल्ला ने भी इस मामले पर ट्वीट किया है और कहा है कि Dead males inform no tales #VikasDubey (मरा हुआ शख्स कोई बात नहीं बताता). राष्ट्रीय लोक दल के जयंत चौधरी ने तो और भी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. विकास दुबे के एनकाउंटर पर जयंत चौधरी ने ट्वीट करके कहा है कि देश के सभी न्यायाधीशों को इस घटना के बाद इस्तीफा दे देना चाहिए. भाजपा के ‘ठोक दो’ राज में न्यायालय की जरूरत ही नहीं है. जयंत चौधरी ने यह भी कहा कि eight पुलिसकर्मियों की हत्या के असली अपराधियों को बचाने के लिए यह सब ड्रामा रचा गया है.
Vikas Dubey Encounter: मायावती बोलीं- सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में निष्पक्ष जांच होनी चाहिएकांग्रेस के नेता जितिन प्रसाद ने ट्वीट करके कहा है कि सरकार से लोग न्याय की उम्मीद करते हैं, बदले कि नहीं. यही सिपाही और अपराधी में फर्क होता है. आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने ट्वीट करके सवाल पूछा है कि इतनी हड़बड़ी क्या थी, किसे बचाया जा रहा है. जाहिर है एनकाउंटर को लेकर अब राजनीतिक रस्साकशी बढ़ेगी.
कानपुर शूटआउट: दुबे की गिरफ्तारी पर अखिलेश ने कहा- सरकार जारी करे मोबाइल की CDR, तब खुलेगा राज
उज्जैन में हुआ था गिरफ्तार
यूपी का मोस्ट वॉन्टेड अपराधी विकास दुबे को उज्जैन में गिरफ्तार किया गया था. मध्य प्रदेश पुलिस ने उसे यूपी पुलिस को सौंप दिया था. उसे सड़क मार्ग से यूपी एसटीएफ की टीम कानपुर ला रही थी. इससे पहले उज्जैन के महाकाल मंदिर में गुरुवार को एक व्यक्ति ने खुद को यूपी का मोस्ट वांटेड अपराधी विकास दुबे बताने लगा था. बताया जा रहा है कि महाकाल मंदिर परिसर में पहुंच कर यह शख्स चिल्ला-चिल्ला कर ख़ुद को विकास दुबे बता रहा था. उसे फौरन मंदिर परिसर में तैनात सुरक्षा गार्ड ने पकड़ लिया और पुलिस को इसकी सूचना दी थी.
[ad_2]
Source