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पप्पू यादव (Pappu Yadav) ने कहा कि जाप, एसडीपीआई और पॉपुलर फ्रंट मिलकर बिहार की राजनीति में बदलाव लाएंगे और विकसित बिहार बनायेंगे.
बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों के बारे में जानकारी देते हुए पप्पू यादव ने कहा कि चापाकल और शौचालय तक की सुविधाएं मौजूद नहीं हैं. बिहार के बदतर हुए हालात को देखते हुए कई पार्टियां और संगठन जन अधिकार पार्टी के साथ जुड़ रहे हैं. बिहार को बाढ़ और अपराध से मुक्ति दिलाने के लिए जाप ने पॉपुलर फ्रंट और एसडीपीआई ने साथ मिलकर चलने का निर्णय लिया है. जाप, एसडीपीआई और पॉपुलर फ्रंट मिलकर बिहार की राजनीति में बदलाव लाएंगे और विकसित बिहार बनायेंगे.
बतौर पप्पू यादव बाढ़ प्रभावित इलाकों में तम्बुओं के नीचे परिवार जैसे-तैसे गुजारा कर रहे हैं. मवेशियों के लिए चारा भी उपलब्ध नहीं है. अब महामारी का खतरा भी बढ़ रहा है. अगर सत्ता पक्ष के नेता और अफसर एक दिन भी इस हालात में रहें तो उन्हें जनता के कष्ट का अंदाजा होगा. कम से कम नैतिकता के आधार पर ही मंत्रियों से इस्तीफा लिया जाना चाहिए.
विपक्ष पर हमला बोलते हुए पप्पू यादव ने कहा कि विपक्ष सिर्फ नकल करता है. इसे भी बिहारवासियों की कोई चिंता नहीं हैं. पप्पू यादव ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार केंद्र से सहायता तक नहीं ले पा रही है.‘बिहार में अपराध का बढ़ा ग्राफ’
बिहार में बढ़ते अपराधों पर उन्होंने कहा कि पूरे राज्य में अपराधियों का बोलबाला है. बेगुसराय से लेकर गोपालगंज तक हत्या और बलात्कार जैसे जघन्य अपराध सत्ता पक्ष के संरक्षण में किये जा रहे हैं. बिहार बाढ़, अपराध और कोरोना तीनों से जूझ रहा है. कोरोना के लिए साठ हजार जांच का दावा भी जुमला साबित हो रहा है. इस कारण राफेल और राम मंदिर जैसे भावनात्मक मुद्दों को उछाला जा रहा है. जबकि बाढ़, अपराध और कोरोना जैसे मामलों से जनता का ध्यान भटकाया जा रहा है.
‘हाईकोर्ट के जज की निगरानी में हो जांच’
सुशांत सिंह राजपूत मामले पर बातचीत करते हुए पप्पू यादव ने कहा कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार इस मामले पर लीपापोती करने का प्रयास कर रही है. सीबीआई की जांच के नाम पर उन अधिकारीयों को जिम्मा दिया गया है, जो पहले ही सृजन, नवरूणा ओर ब्रह्मेश्वर मुखिया हत्याकांड जैसे मामलों में जांच को मुकाम पर नहीं पहुंचा पाए हैं. पप्पू यादव ने उच्च न्यायलय के न्यायाधीश की निगरानी में जांच की मांग की.
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