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सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत (CM Trivendra Singh Rawat) का कहना है कि सीता मां का मंदिर सिर्फ एक मंदिर नही होगा, बल्कि नारी शक्ति का एक प्रतीक केंद्र भी होगा.
बता दें कि 5 अगस्त को अयोध्या में भगवान राम के धाम का शिलान्यास हो गया. वहीं भगवान राम की अर्धांगिनी मां सीता का धाम देवभूमि में बनाने की तैयारी हो रही है. जानकारी के मुताबिक पग-पग पर भगवान राम की शक्ति बनने वाली सीता मां का मंदिर उत्तराखंड में बनेगा. पौड़ी जिले के फरस्वाड़ी गांव में भी वो जगह है, जहां मां सीता धरती में समा गई थीं. इसी जगह पर उत्तराखंड सरकार सीता मां का महा-धाम बनाने की तैयारी कर चुकी है. जिसके लिए ट्रस्ट भी बन चुका है और जल्द काम शुरू होगा.
सरकार की तैयारी सिर्फ सीता धाम की नहीं, बल्कि लक्ष्मण और गिद्धराज जटायु का मंदिर बनाने की भी है. जिन्होंने अपनी जान की परवाह किए बगैर सीता मां की रक्षा और मदद का प्रयास किया. सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत का कहना है कि सीता मां का मंदिर सिर्फ एक मंदिर नही होगा, बल्कि नारी शक्ति का एक प्रतीक केंद्र भी होगा.
वहीं सीता मां के नाम पर सरकार देवभूमि में धार्मिक पर्यटन के लिए सीता सर्किट तैयार करना चाहती है. जिसमें देवप्रयाग के रघुनाथ मंदिर से लेकर पौड़ी में सीता मां के भू-समाधि वाले स्थान को जोड़ा जाए और इसी प्लान पर काम भी चल रहा है. देवभूमि अपने हज़ारों मठ-मंदिरों, पांच प्रयागों और चारधाम के लिए प्रसिद्ध है और जल्द इस पावन धरती पर भी एक महा-धाम बनेगा. जहां मां सीता की जीवन यात्रा सम्पन्न हुई थी.
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