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विधायक पंकज गुप्ता का आरोप है कि सीओ सिटी यादवेंद्र यादव ने बुजुर्गों को थाने लाकर अभद्र व्यवहार व मारपीट की. उधर सूचना के बाद भी एसपी मौके पर नहीं पहुंचे.
मंदिर निर्माण के विवाद में बुजुर्गों को थाने लाई थी पुलिस
बता दें कि सदर कोतवाली के मोहल्ला हिरन नगर में एक मंदिर निर्माण को अवैध बताकर पुलिस आठ से अधिक बुजुर्ग लोगों को कोतवाली ले आई. बीजेपी सदर विधायक पंकज गुप्ता ने सीओ सिटी यादवेंद्र यादव से फोन पर बात कर बुजुर्गों के खिलाफ कारवाई न करते हुए मामले की निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई की बात कही. मगर पुलिस ने कोतवाली में बुजुर्गों के साथ अमानवीय व्यवहार किया. जिसकी जानकारी सदर विधायक को दी गई/ सदर विधायक पंकज गुप्ता देर रात करीब 1:00 बजे उन्नाव सदर कोतवाली पहुंच गए. इस दौरान पुलिस का सदर विधायक के साथ पर व्यवहार बेहतर नहीं रहा. जिसके बाद सदर विधायक अपने कुछ समर्थकों के साथ सदर कोतवाली गेट के सामने धरने पर बैठ गए और उन्नाव पुलिस के खिलाफ संभ्रांत नागरिकों व भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ लगातार गलत व्यवहार के गंभीर आरोप लगाए.
सुबह 5 बजे तक बैठे रहे धरने परसुबह करीब 5 बजे तक सदर कोतवाली में बीजेपी विधायक धरने पर बैठे रहे, लेकिन उन्नाव एसपी रोहन पी कनाय मौके पर नहीं पहुंचे. जिससे विधायक का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया. सीओ सिटी व एएसपी नॉर्थ वीके पांडेय मौके पर पहुंचे, लेकिन विधायक से बात नहीं बनी. विधायक समर्थकों ने उन्नाव पुलिस मुर्दाबाद व चोर पुलिस के नारे लगाकर जमकर विरोध किया. वहीं कोतवाली परिसर में कई थानों की फोर्स के साथ ही भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया. विधायक दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर अड़े हुए थे. विधायक का आरोप है कि पुलिस के अधिकारी सपा मानसिकता के साथ काम कर रहे हैं. बीजेपी कार्यकर्ताओं व सामान्य नागरिकों के साथ भी पुलिस का व्यवहार गलत है. जिसकी लगातार शिकायतें मिल रही हैं. उन्होंने कहा कि पूरे मामले को विधानसभा सदन में उठाया जाएगा साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भी संज्ञान में लाया जाएगा.
डीएम ने कही ये बात
डीएम रविंद्र कुमार ने बताया कि विधायक जी कोतवाली आए हुए थे. एक मंदिर बनाने को लेकर को मामला था. उसमें कुछ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. विधायक जी का कहना था कि कुछ लोगों के साथ मारपीट की गई है. प्रार्थी गण की तरफ से एक प्रार्थना पत्र देकर सभी की मेडिकल कराने की मांग की गई है. प्रार्थना पत्र पर जो भी विधिक कार्रवाई होगी की जाएगी.
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