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राज्य के आइसोलेशन सेंटरों (Isolation Center) में इलाज करा रहे कोरोना मरीजों (Corona Patients) के आहार दर और मेनू निर्धारण का भी आदेश जारी किया गया है. पहले जहां पौष्टिक आहार के लिए प्रति मरीज (Corona Positive) रोजाना अधिकतम सौ रुपए मिलते थे, वहीं अब इसे बढ़ा कर अधिकतम 175 रुपए निर्धारित किया गया है
75 रुपए प्रति दिन बढ़ाया गया मरीजों का आहार दर
राज्य के आइसोलेशन सेंटरों में इलाज करा रहे कोरोना मरीजों के आहार दर और मेनू निर्धारण का भी आदेश जारी किया गया है. पहले जहां पौष्टिक आहार के लिए प्रति मरीज रोजाना अधिकतम सौ रुपए मिलते थे, वहीं अब इसे बढ़ा कर अधिकतम 175 रुपए निर्धारित किया गया है. इसमें सुबह की चाय और बिस्कुट, नाश्ता, दिन का भोजन, शाम की चाय और बिस्कुट के अलावा रात का भोजन भी शामिल है. साथ ही जहां आरओ की सुविधा नहीं है, वैसे आइसोलेशन सेंटरों पर बोतल बंद शुद्ध पानी के लिए प्रतिदिन प्रति मरीज 50 रुपए अतिरिक्ति निर्धारित किया गया है, ताकि मरीजों को शुद्ध पीने का पानी की कमी न हो.
मातृत्व मृत्यु दर में 16 अंकों की कमी आईबिहार में मातृ मृत्यु दर में वर्ष 2014 के बाद पहली बार 16 अंकों की गिरावट आई है. 2014-17 के बीच राज्य में प्रति एक लाख पर 165 माताओं की मृत्यु हो जाती थी. सैंपल रजिस्ट्रेशन सिस्टम (एसआरएस) के अनुसार वर्ष 2018 में यह आंकड़ा गिरकर 149 पर आ गया है. पूरे देश में जहां मातृ मृत्यु दर में पिछले तीन वर्षों में नौ अंकों की कमी आई, वहीं बिहार में यह कमी 16 अंकों में दर्ज की गई है. बिहार में स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र की एक और बड़ी उपलब्धि है कि वर्ष 2016 तक लोगों की औसत आयु जहां 68.07 वर्ष थी, वो एसआरएस 2018 के अनुसार अब बढ़ कर 68.09 साल हो गया है. इस तरह लोगों के औसत आयु में दो महीने की वृद्धि हुई है. इसी तरह शिशु मृत्यु दर भी प्रति हजार 35 से घटकर राष्ट्रीय औसत 32 के बराबरी पर आ गया है, जो पहली बार हुआ है.
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