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लंका थाने के एसएचओ (SHO) ने बताया कि इलाज करा रहे शैलेन्द्र की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उसे बीती रात ही जेल भेज दिया गया है.
आरोपी महिला का पति शैलेन्द्र श्रीवास्तव पहले से ही जिला जेल में बंदी रहा है. वहीं वो कोरोना पॉजिटिव आया था और उसका इलाज बीएचयू के कोविड सेक्शन में चल रहा था. शैलेन्द्र के ऊपर पहले से ही एससी/एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज है. जिसके कारण वो जेल गया हुआ था. शुक्रवार उसकी रिपोर्ट दुबारा निगेटिव आई. जिस पर उसे डिस्चार्ज किया जाना था और फिर वो जेल ले जाया था. इस रिपोर्ट को गलत बताते हुए मरीज की पत्नी कमला ने अस्पताल में बवाल किया. जिसमें जांच सैंपल सेलेकर फ्रिज ,और अन्य सामान प्रभावित हुए हैं.
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अस्पताल प्रबंधन का आरोप है कि तोड़फोड़ करने वाली महिला ये आरोप लगा रही थी कि उसके पति का रिपोर्ट जानबूझ कर निगेटिव लाया गया है जो कि गलत है. इस आरोप को लगाते हुए वो और उसका एक रिश्तेदार ने तोड़फोड़ की. प्रबंधन ने लंका थाने में रिपोर्ट दर्ज करा दिया है जिसके आधार पर पुलिस कार्रवाई कर रही है.लंका थाने के एसएचओ ने बताया कि इलाज करा रहे शैलेन्द्र की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उसे बीती रात ही जेल भेज दिया गया है. वहीं उसके पत्नी कमला और रिश्तेदार को ऊपर महामारी अधिनियम के तहत कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है. अस्पताल में तोड़फोड़ की सूचना पर जिला स्वास्थ्य विभाग भी जांच टीम गठित की है, जो मामले की जांच कर रही है.
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