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एडीजी जोन की फर्जी फेसबुक आईडी के जरिए हैकर्स द्वारा फेसबुक फ्रेंड से पैसों की डिमांड की गयी है. जिसकी वजह से शक होने पर जब लोगों ने इस बात की तस्दीक की तो इसके पीछे हैकर्स की करतूत सामने आयी.
शुरूआती जांच में इस बात का पता चला है कि दरअसल शहर के तारामंडल निवासी अभिनव प्रताप के फेसबुक पर एडीजी जोन नाम की फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी गयी थी. वहीं रिक्वेस्ट स्वीकार करते ही अभिनव के मैसेंजर पर हालचाल पूछने के बाद एडीजी की फेसबुक आईडी द्वारा जरूरत बताकर 15 हजार उधार की डिमांड की गयी. साथ ही उधार की रकम शाम तक लौटने की भी बात कही गयी. इतना ही नहीं विश्वास दिलाने के लिए जालसाज ने अपने पेटीएम अंकाउट से अभिनव के खाते में एक रूपया भी ट्रांसफर कर दिया. वहीं पुलिस महकमे के आलाधिकारी द्वारा फेसबुक पर पैसा मांगे जाने को लेकर अभिनव को शक हुआ. ऐसे में अभिनव ने इस मामले की जानकारी फौरन एसपी सिटी डॉ कौस्तुभ को दी. जिस पर एसपी सिटी ने एडीजी दफ्तर को इस बात की जानकारी दी गयी. जिसके कुछ ही देर में सारा माजरा सामने आ गया.
साइबर थाने में मुकदमा दर्ज
दरअसल एडीजी की फर्जी आईडी के जरिए पैसों की डिमांड की गयी थी. ऐसे में एडीजी दफ्तर द्वारा सूचना भेजकर साइबर थाने पर मुकदमा दर्ज कराया गया है. वहीं केस दर्ज कर साइबर पुलिस मामले की जांच में जुट गयी है. इस मामले में न्यूज18 से बातचीत में एडीजी जोन दावा शेरपा ने बताया है कि इस बात की जानकारी हुई है कि हैकर्स द्वारा उनकी फेसबुक आईडी को हैक किया गया है. फिलहाल साइबर सेल केस दर्ज करने के साथ मामले की छानबीन में जुट गयी है. रेलवे चौकी इंचार्ज और क्राइम ब्रांच का सिपाही भी हैकर्स के शिकार
गौरतलब है कि इसके पहले रेलवे चौकी इंचार्ज अक्षय मिश्रा और क्राइम ब्रांच के सिपाही सनातन सिंह की भी फेसबुक आईडी को हैकर्स द्वारा हैक करने का मामला सामने आ चुका है. दोनों की फेसबुक आईडी हैक करने के बाद उनके दोस्तों और रिश्तेदारों से पैसों की डिमांड की गयी थी. हालांकि शक होने पर जब रेलवे चौकी इंचार्ज अक्षय मिश्रा और क्राइम ब्रांच के सिपाही सनातन सिंह से उनके रिश्तेदारों और दोस्तों ने फोनकर पूछा तो हकीकत सामने आई थी.
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